पिहानी पुलिस चौकी के करीब रातों रात सैकड़ों ट्राली मिट्टी से पट गया तालाब

किसकी अनुमति से कहां हुआ मिट्टी खनन किसी को नहीं है जानकारी 

रिपोर्ट : गोपाल द्विवेदी , रीडर टाइम्स

पिहानी तालाब
हरदोई : अवैध कब्जेदारी और भू माफियाओं के गठजोड़ से पहले से भी  तालाबों का अस्तित्व  समाप्त हो गया है। सरकार ने तालाबों के पुनरुद्धार हेतु  बड़े-बड़े आदेश पारित किए । जल संचयन का  सबसे सटीक माध्यम तालाब,जिससे पशुओं,  जीव जंतु के लिए पानी की सुलभता तो मिलती ही है  बल्कि भूगर्भ स्तर भी  अच्छा रहता है। किंतु पिहानी में पुलिस चौकी के निकट तालाब को पाटा जाता रहा और किसी भी जिम्मेदार ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।

पालिका प्रशासक ने इसमें गौर फरमा कर कोतवाली पिहानी में तहरीर दी है। मालूम हो कि पिहानी नगर के अंदर रातों-रात गाटा संख्या-1389 नम्बर तालाब को जमील पुत्र मो. शफी निवासी मोहल्ला मुरीदखानी के द्वारा तालाब की भूमि पर कब्जेदारी करने की नियत से सैकड़ों ट्राली मिट्टी खनन कर समतल प्लाट भूमि के रुप में बदल दिया। खास बात तो यह है कि नगर के अंदर जिस तालाब को सैकड़ों ट्राली खनन कर डाली गई मिट्टी से पाट दिया गया है। वह तालाब पुलिस चौकी से मात्र दो सौ कदम की दूरी पर पिहानी चपरतला मुख्य मार्ग पर स्थित है। ऐसे में सवाल इस बात का उठता है कि इतनी बड़ी मात्रा में मिट्टी खनन कर ट्रालियों की आवाजाही की तड़तड़ाहट से पुलिस क्यूं नहीं जागी ?

उपजिलाधिकारी शाहाबाद श्रद्धा शांड्याल व पालिका प्रशासक पीएन दीक्षित से खनन या तालाब पाटने की अनुमति देने के बावत जानकारी प्राप्त की गई तो उन्होंने संज्ञान होने से साफ इंकार कर दिया। जबकि उच्चतम न्यायालय द्वारा  पारित निर्णय के अनुसार, किसी भी तालाब को पाटना और भूतल के बराबर करना विधि विरुद्ध है। साथ-साथ उच्च न्यायालय के आदेशों तथा शासनादेशों में राजस्व अधिकारी से बिना परमिट बनवाए मिट्टी खनन करना या खेतों से मिट्टी विक्रय करना भी अपराध की श्रेणी में है।

पालिका प्रशासक पीएन दीक्षित के अनुसार, अभिलेखों में 1389 / 1 पालिका भू- सम्पत्ति का तकरीबन 16 बीघा तालाबी भूमि का रकबा है जो कि पिहानी चपरतला मुख्य मार्ग पर कंजड़ तिराहे से आगे टण्डौर शाखा बैंक ऑफ इंडिया के निकट सड़क के उत्तर दिशा में स्थित है। फिलहाल पालिका कार्यालय की न मंजूरी से पाटे गए तालाब की कब्जेदारी बिना पैमाईश होना पालिका प्रशासन ने गलत करार देते हुए कोतवाली पिहानी पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है मगर पुलिस अभी खामोश नजर आ रही है।