राहुल गांधी का ”कन्फ्यूजन” पड़ा उनपे भारी, कार्तिकेय ने दायर किया मानहानि का केस

Rahul Ghandhi Indore

इंदौर :- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान ने उनका नाम पनामा पेपर लीक मामले में घसीटने के एक दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मंगलवार को भोपाल की एक अदालत में मानहानि का मामला दर्ज कराया | हालांकि, राहुल गांधी ने इसके एक दिन बात अपनी बात से पलट गये, उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि भाजपा शासित राज्यों में कथित तौर पर इतने घोटाले हुए हैं कि वह चकरा गये |

 

 

उज्जैन, क्षिप्रा नदी के तट पर बसा हुआ है, बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक महाकाल का मंदिर यहां है | ज्योतिषों की यह मान्यता है कि महाकाल को चांदी से बना नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ाने से कालसर्प दोष का प्रभाव कम हो जाता है | यह माना जाता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उसे सफलता मुश्किल से मिलती है | उज्जैन में राहुल गांधी ने नाग-नागिन का जोड़ा महाकाल को समर्पित किए जाने के बाद इंदौर के बड़ा गणपति में गणेश जी को गदा अर्पित की. ऐसी मान्यता है कि गणेश जी को गदा अर्पित करने से मनोकामना पूरी होती है |

 

 

राहुल गांधी इन टोटकों के बाद भी विवादों से नहीं बच पा रहे हैं | अपनी मालवा-निमाड अंचल की यात्रा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे का नाम पनामा पेपर में होने का जिक्र कर वे नए विवाद में फंस गए | जबकि पनामा पेपर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के बेटे का नाम सामने आया था | शिवराज सिंह चौहान और उनके किसी बेटे का नाम राहुल गांधी ने अपने भाषण में नहीं लिया | लेकिन मामा मुख्यमंत्री कह देने से सीधे-सीधे शिवराज सिंह चौहान का नाम जुड़ गया | राहुल गांधी के इस बयान के बाद पूरी बीजेपी हमलावर हो गई है |

 

 

कार्तिकेय ने अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुरेश सिंह की विशेष अदालत में दायर मानहानि के मामले में आरोप लगाया कि राहुल ने उन्हें तथा उनके परिवार को बदनाम करने के लिए जान-बूझकर यह बयान दिया है | राहुल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 499 एवं 500 के तहत आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज किया गया है | अदालत में इस मामले में कार्तिकेय के बयान दर्ज करने के लिए अगली सुनवाई तीन नवंबर को तय की है |

 

 

कार्तिकेय के वकील शिरीश श्रीवास्तव ने कहा, जब वह (कांग्रेस) मुख्यमंत्री की लोकप्रियता को रोकने में असफल हो गये, तो उन्होंने चौहान और उसके परिजन को बदनाम करने के लिए जान-बूझकर ऐसा बयान दिया | अब वह मुख्यमंत्री एवं उनके बच्चों पर आरोप लगा रहे हैं | स्पष्ट रूप से यह इरादतन बयान था, यह पूर्व नियोजित बयान था |

 

 

गांधी ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के पास कोई विजन नहीं है। वह व्यापम, डंपर, ई-टेंडरिंग, रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन घोटालों में फंसने के बाद उनसे निकलने की ही तरकीबें ढूंढते रहते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और उन्हें अपने अमीर मित्रों के काले धन को सफेद करने और उनके हितों के लिए नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के आरोप लगाए।

उन्होंने कहा कि इसके चलते गरीबों, किसानों, छोटे व्यापारियों, महिलाओं को तकलीफें हुई जबकि दूसरी ओर मोदी ने साढ़े तीन लाख करोड़ अपने 15 अमीर दोस्तों को कर्ज माफी के रूप में तोहफा दिया। गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर कहा कि नीरव मोदी, ललित मोदी और नरेंद्र मोदी में हर जगह मोदी है और नीरव और ललित के कारनामे चौकीदार से अलग नहीं हैं।

 

 

उन्होंने कहा कि मोदी ने लाल किले से अपने डेढ़ घंटे के भाषण में कांग्रेस के शासनकाल में काम न करते हुए सोते रहने के आरोप लगाए हुए एनडीए शासनकाल को ही देश के विकास का काल निरूपित किया है। उन्होंने इस पर आपत्ति लेते हुए कहा कि मोदी ऐसा कहकर दरअसल कांग्रेस पर ही नहीं देश की जनता और उसकी शक्ति तथा इतिहास पर अंगुली उठाते हैं।