अध्यापको ने  लोकतंत्र और चुनाव का  महत्व बताने लिए आदिवासी इलाके के स्कूल में बच्चो के बीच  करवाया चुनाव , जीतने वालों  बच्चों ने शपथ ली

छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ के कोरबा में गांव गढ़कटरा के सरकारी स्कूल के बच्चों के बीच चुनाव हुआ।आदिवासी क्षेत्र  के स्कूल में पड़ने वाले बच्चो ने अपनी स्कूल की कॉपी के पेज पर पसंदीदा उम्मीदवार का नाम लिखकर वोट डाला . जीतने वाले बच्चो ने मंत्री पद के लिए शपत भी ली  . शपत उसी अंदाज में हुई जैसे नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट के मंत्री शपत लेते है .

मंत्री के पद के लिए लड़को ने धोती कुर्ता पहन कर स्कूल आए . और बच्चीयो ने साड़ी पहनी . अध्यापको का मकशद है की पहली से लेकर पांचवी कक्षा में  पढ़ने वाले बच्चे वोट का महत्व समझें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को जानें। अधिकतर बच्चे के स्कूल को चुनाव के समय पोलियो बूथ बना दिया जाता था . सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जाते .

स्कूल के बच्चों को भी अंदर आने से मना कर दिया जाता है . शिक्षक श्रीकांत सिंह ने बताया  की बड़ी कक्षाओं के बच्चों को पाठ्यक्रम में ही चुनाव प्रक्रिया के बारे में बताया जाता है. लेकिन शिक्षकों ने बताया छोटे बच्चे अधिकतर क्लास में पूछते है की चुनाव क्या है पोलियो बूथ के अंदर क्या होता है इसलिए सभी शिक्षकों ने सोचा की बच्चो को जागरूक करने के लिए ये सांकेतिक चुनाव करवाया जाये .

शिक्षक श्रीकांत ने बताया की चुनाव के लिए चिन्ह के लिए गणित की आकृतियों को चुनाव चिह्न बनाया गया . वोटिंग के बाद नतीजा आने पर सभी बच्चो को मिठाई भी बांटी गई .बच्चो ने खूब एन्जॉय किया। श्रीकांत ने बताया यहां रहने वाले ज्यादातर आदिवासी ग्रामीण पढ़े-लिखे नहीं हैं।

शिक्षकों ने बताया  कुछ साल पहले बच्चे भी स्कूल जाने में कतराते थे तीर और धनुष लेकर जंगलो में घूमते रहते थे फिर धीरे धीरे  हम लोगो ने घर घर जाकर शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास किया . और इस प्रयास में हम सभी शिक्षक कामयाब भी रहे . कुछ दिनों बाद सभी अभिभावक लोगो ने अपने बच्चो को स्कूल भेजा .

शुरू शुरू में परिजन हमें देखकर रास्ता बदल देते है . मगर हमारी कोशिश जारी रही रही . और इस कोशिश में हम कामयाब भी रहे .श्रीकांत यहां बच्चों को गाकर और डांस की मदद से भी कविताएं और पहाड़े सिखाते हैं। अंग्रेजी के शब्दों को भी खेलों की मदद से समझाते हैं।