इंडियन माहेश्वरी महासभा की घोषणा, तीसरे बच्चे पर 50 हजार और चौथे पर मिलेगा 1 लाख पुरस्कार

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एक ओर जहां पूरे देश में जहां जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश में माहेश्वरी समाज के सामने उसकी तेजी से घटती जनसंख्या बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इसके चलते अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा ने जनसंख्या बढ़ाने पर पुरस्कार देने की घोषणा की है।जी बिल्कुल सही सुना आपने दरासल बात यह है कि इंदौर जिला माहेश्वरी समाज के कार्यसमिति सदस्य रामस्वरूप मूंदड़ा के मुताबिक, तीन साल पहले देशभर में की गई जनगणना में समाज की जनसंख्या 16 लाख आई थी। अभी किए जा रहे सर्वे का काम 60 फीसद से अधिक हो चुका है, जिसमें ढाई लाख तक जनसंख्या कम होने की आशंका है। इस सर्वे की तारीख को बढ़ाकर 30 जून की गई है। चार फीसद सालाना की कमी की बात सामने आ रही है।

इसी को मद्दे नजर रखते हुए महासभा ने देशभर के सामाजिक संगठनों को अपने स्तर पर इसके लिए प्रयास करने के निर्देश दिए गए है| साथ ही देशभर में अब 12 से 18 साल की लड़कियों की काउंसलिंग करने का निर्णय भी लिया गया है। इसलिए अब लड़कियों को सिंगल चाइल्ड के पैरेंट बनने के नुकसान भी बताए जाएंगे। और यह भी बताया जाएगा कि सिंगल चाइल्ड के पैरेंट होने पर अगर किसी बच्चे की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो तीन बच्चों के पिता होने की बजाय बिना संतान जीवन बिताना अधिक तकलीफदायक हो जाएगा।

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साथ ही यह भी समझाया जाएगा कि माहेश्वरी समाज जैसे संपन्न समाज में दो से तीन बच्चों की देखरेख करना उतनी बड़ी चुनौती नहीं है, जितनी बिना बच्चों के जीवन गुजरना मुश्किल है। साथ ही युवतियों को समाज में ही विवाह करने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा। इस कड़ी में माहेश्वरी समाज मध्य राजस्थान प्रांत ने अनूठी घोषणा की है। तीसरे बच्चे के पैदा होने समाजर की तरफ से 50 हजार, चौथे पर एक लाख और पांचवें बच्चे पर दो लाख रुपये की बच्चे के नाम एफडी करने की घोषणा की है।

इतना ही नहीं अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के सभापति श्याम सोनी ने बताया कि किसी भी समाज की जनसंख्या घटने या बढ़ने के लिए 100 जोड़ों पर 220 बच्चे होना चाहिए, पर माहेश्वरी समाज में 100 जोड़ों पर 155 बच्चों का प्रतिशत है। और अगर ऐसा ही चलता रहा तो 2050 तक माहेश्वरी समाज विलुप्ति की कगार पर पहुंच सकता है| माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष प्रादेशिक राजेंद्र इंनानी ने बताया कि माहेश्वरी समाज की जनसंख्या में आई कमी चिंता की बात है। तीसरा या चौथा बच्चा होने पर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता| जिसकी वजह से हमारा समाज दिक्कत में आ सकता है| इसलिए अब हम तीसरा बच्चा होने पर 50 और चौथा बच्चा होने पर 1 लाख की एफडी करायेंगे| महेश नवमी के बाद हम जिला और ग्रामीण स्तर पर इस संबंध में जिम्मेदारियां सौंपेंगे।