उपजिलाधिकारी की निष्पक्ष कार्यशैली पर बट्टा लगा रहे , तहसीलदार व लेखपाल

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

नानक गंज ग्रांट सभा मे ज्यादतर इमारत सरकारी भूमियों पर खड़ी है और जब प्रकरणों की शिकायत होती है तो कोई भी कार्यवाही नही होती है और अगर कोई ईमानदार अधिकारी कार्यवाही करना भी चाहता है तो ईमानदार अधिकारी द्वारा कार्यवाही करने के आदेश तहसीलदार व लेखपाल के पास आकर लुप्त हो जाते है इस कारण आज तक किसी भी अवैध इमारत पर कोई भी कार्यवाही नही हो सकी है। लेखपाल द्वारा सिर्फ कागजों पर कार्यवाही करके भू माफियाओ को बचाया जा रहा है। गाटा संख्या 1230 जो ऊसर खाते में दर्ज है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस गाटा संख्या में 6 लोगो को पट्टे हुए थे लेकिन वह पट्टाधारक आज भी अपने कब्जे को लेकर दर बदर भटक रहे है और भू माफियाओ की अवैध इमारत खड़ी है।पूर्व में माकिर और जाकिर ने इस बेसकीमती जमीन पर अपना कब्जा दिखाते हुए सरकार की जमीन को गुलशेर को बेच दिया था शिकायत होने के बाद विक्रेता जाकिर व माकिर पर हरदोई देहात कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई थी।तत्पश्चात प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया व बेशकीमती जमीन पड़ी रही। और वर्तमान समय मे एक बार पुनः माकिर जाकिर,व पी० डब्लू ० डी० विभाग में कार्यरत नूरहसन ने राजस्व विभाग की मिलीभगत से अवैध निर्माण शुरू करा दिया था। ” रीडर टाइम्स न्यूज़ ” द्वारा खबर के प्रकाशन के बाद राजस्व विभाग ने कार्य तो रुकवा दिया लेकिन अवैध निर्माण को नही गिराया गया।यह सारा खेल लेखपाल और भू माफियाओ की मिलीभगत से खेला जा रहा है। एक बात समझ दे परे है कि , आखिर इन अवैध इमारतों को गिराया क्यो नही जा रहा है। क्या पैसे और राजनीतिक संबंध के कारण वर्तमान उपजिलाधिकारी का भी मुँह भू माफियायो ने बन्द कर दिया और अगर ऐसा नही है तो आखिर इन अवैध इमारतों पर कार्यवाही क्यो नही हो रही है।