एक्सपायर दवा इन्जेक्शन लगाने से बच्चे की हालत बिगड़ी, आक्रोशित परिवार वालें व प्राईवेट अस्पताल के कर्मचारीयों से नोकझोंक, पुलिस मौके पर पहुंच जांच मे जुटी

रिपोर्ट : पंकज यादव , रीडर टाइम्सIMG-20190802-WA0021
शाहगंज : जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के आजमगढ रोड डिहवा भादी गांव स्थित एक प्राईवेट अस्पताल में उस समय हड़कम्प मच गया कि जब एक्सपायर दवा की इन्जेक्शन मरीज बच्चे को लगाने से बच्चे की हालत बिगड़ गया । मासूम की हालत बिगड़ने पर बच्चे के परिजन व अस्पताल के कर्मचारियों से नोकझोंक होने लगा ।आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा एक्सपायर इन्जेक्शन लगाने से बच्चे की हालत बिगड़ी है , आक्रोशित परिवार वालें दर्जनो की संख्या में अस्पताल पहुंच अस्पताल के मेडिकल स्टोर पर कर्मचारियों से एक्सपायर दवा इन्जेक्शन बच्चे को लगाने पर सवाल किया तो परिवारवालों का आरोप है कि अपनीं गलती को छुपाने के लिए अस्पताल के कर्मचारी एकजुट होकर मरीज के तीमारदार से मारपीट करनें पर उतारू हो गयें।

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विवाद बढ़ता देख स्थानीय लोगों ने सूचना पुलिस को दिया । सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामलें को शांत कराकर आक्रोशित मरीज के परिवार वालों की बात को सुनते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दिया हैं। वहीं जब अस्पताल के चिकित्सक महफ़ूज से फोन पर बात कर मामले की जानकारी लिया गया तो डाक्टर साहब शहर से बाहर होंने की बात कहतें हुए अपनें भाई डाक्टर जावेद से बात करनें को कहा जब उनके भाई को फोन से संपर्क किया गया तो फोन आउट ऑफ कवरेज बताता रहा ।

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वहीं जब इस मामले में प्रभारी निरीक्षक जय प्रकाश सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान मे आया है, दवा को लेकर प्राईवेट अस्पताल के कर्मचारी व मरीज के तीमारदार से विवाद हुआ है । लेकिन कोई तहरीर नहीं मिला है । अब सवाल यह खड़ा होता है कि एक्सपायर दवा इन्जेक्शन से बच्चे के साथ कोई अनहोनी होतीं है तो उसका जिम्मेदार कौन होता ? वह अस्पताल जो एक्सपायर इन्जेक्शन बच्चे को लगाया है ? या जिले के स्वास्थय विभाग जो इन अस्पतालो को खुली छूट दे रखा हैं । फिलहाल अब देखना यह होगा कि प्राइवेट अस्पताल की करतूत उजागर होने के बाद स्वास्थय विभाग क्या कदम उठाता है ।