कोरोना से मुस्लिमों की मौत पर फिरंगी महल से जारी हुआ फतवा !

अमित पांडेय
रीडर टाइम्स

 

दफनाने के लिए डॉक्टरों के बताए तरीकों का ही करें इस्तेमाल : फिरंगी महली

1- प्लास्टिक बैग को ही माना जाए कफन
2- दफनाते वक्त नमाजे जनाजा भी होगी

लखनऊ : कोरोना से हुई मौत के अंतिम संस्कार को लेकर कई गलतफहमियां फिजा में मौजूद हैं इसको लेकर कई बार अलग-अलग समुदायों के मतभेद भी उभर कर सामने आए हैं| ऐसे में लखनऊ के सैयद अयाज अहमद ने फतवा चाहा और सवाल रखा कि यदि किसी मुस्लिम भाई का इंतकाल कोरोना वायरस से होता है तो उसको कफनाने और दफनाने का तरीका क्या होगा ? इस सिलसिले में यह फतवा फिरंगी महल लखनऊ से जारी किया गया है कि यदि किसी की मौत कोरोना वायरस के कारण होती है तो उसे दफनाया जाएगा| लेकिन उसका तरीका यही होगा कि जिस बैग में मृतक पैक होगा उसी पैक पर पानी बहा कर उसे ही कफन मान लिया जाएगा| और यकीनी तौर पर नमाजे जनाजा भी होगी और मुसलमानों के कब्रिस्तान में ही उसको दफनाया भी जाएगा|
खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा है कि जिन लोगों के दिलों में गलतफहमियां हैं उन लोगों को उन गलतफहमी को दूर करने की जरूरत है| उन्होंने डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन को बताते हुए कहा कि डब्ल्यूएचओ ने इस बात को बिल्कुल क्लियर कर दिया है कि जब एक बार इंसान मर जाता है और उसे दफना दिया जाता है तो उसकी बीमारी किसी और को नहीं लगती|