कोविड -१९ की बदौलत ग्यारह अरब से अधिक लोग गरीब रेखा से नीचे नहीं हालत नहीं सुधरे तो होगी ज़िन्दगी खराब

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

दुनिया भर में साल 2020 में ऐसे करोड़ो लोग हैं जिनको पेट भर भोजन नहीं मिल रहा हैं। इस कोरोना में अनगिनत लोग ऐसे हैं जिनको दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही हैं। सबसे पहले तो इस कोरोना ने अनगिनत लोगो को भूख से मार डाला। दो और बड़ी वजह हैं। पहली तो जलवायु में बदलाव और दूसरी आर्थिक समस्या , इन दोनों समस्याओ ने ही विश्व में भुखमरी का स्तर अधिक बढ़ा दिया हैं। आज भी विश्व में बहुत से लोग भूखे पेट ही सोने को मजबूर हैं। वर्ष 2020 के दौरान लगभग 27 करोड़ लोगो की ज़िन्दगी व आजीविका बेहद गंभीर या जोखिम का सामना करेगी। कुछ बेहतर शोधकर्ताओं अपने सम्बोधन में कहा की , एक बेहतर भविष्य हासिल करने के लिए व सयुक्त राष्ट्र के सपने और लक्ष्य को हासिल करने के लिए अधिक प्रयास करने का आह्वान किया हैं। शोधकर्ताओं ने ये भी की सभी को एक ऐसा विश्व तैयार करना हैं की हर किसी को पर्याप्त भोजन मिल सके। और किसी को भी भूखे पेट न सोना पड़े। इसके लिए खाद्य प्रणालियों को और बेहतर बनाना होगा। और साथ ही भोजन की बर्बादी को उनके के लिए कड़े उपाए करने होंगे। शोधकर्ताओं का ये भी प्रयास की हर इंसान को टिकाऊ व स्वस्थ भोजन खुराक उपलब्ध हो।