खनन निदेशक का छापा , चिलचिलाती धूफ में मौके पर डीएम, एसपी को बुलाया

IMG-20190522-WA0008रिपोर्ट : विनोद गिरि, रीडर टाइम्स

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में यमुना नदी की जलधारा में मशीनों से किए जा रहे अवैध खनन की जांच करने खनन निदेशक डा. रोशन जैकब मंगलवार को दोपहर बाद खुद मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने जलधारा में किए जा रहे खनन को मोबाइल में कैद किया। उनके आने की जानकारी मिलते ही मोरंग घाट में हडकंप मच गया। टीम ने जांच पड़ताल शुरू करते हुए आठ मशीनों और खदान के अभिलेखों को कब्जे में ले लिया। डा. जैकब ने भरी दुपहरी में जिले के डीएम और एसपी को मौके पर बुलाकर कठोर कार्रवाई के लिए कहा।

जानकारी के अनुसार, जलधारा में खनन को लेकर मछली ठेकेदार और मोरंग संचालक के बीच कई दिनों से विवाद चला आ रहा था। मछुआरों ने स्थानीय स्तर पर डीएम समेत पुलिस विभाग के अफसरों से कई बार शिकायत की थी, लेकिन जलधारा में मशीनों की दहाड़ नहीं थमी। स्थानीय स्तर से निराशा हाथ लगने पर मछुआरों ने खनन निदेशक डा. रोशन जैकब से शिकायत की थी। खनन निदेशक को बताया गया था कि देवलान में अवैध खनन जिले के अधिकारियों और पुलिस की मिली भगत से किया जा रहा है।

इस सूचना के बाद डा.रोशन जैकब जिले के अफसरों को सूचना दिए बिना अपनी टीम के साथ सीधे देेवलान मोरंग खदान पहुंची। वहां उन्होंने जलधारा में चल रहे खनन को अपनी मोबाइल में कैद किया। विभागीय टीम आने की जानकारी मिलते ही घाट पर भगदड़ मच गई। इसके बाद डा. जैकब ने जिले के डीएम, एसपी और जिला खनन अधिकारी से बात कर उन्हें भरी दुपहरी में मौके पर बुलाया और कठोर कार्रवाई के लिए कहा। खनन निदेशक को आधा दर्जन से अधिक पोकलैंड से रात दिन अवैध खनन किए जाने की जानकारी दी गई थी।

तीन पोललैंड सामने खड़ी थी, जबकि छानबीन के दौरान पांच पोकलैंड नाले में छिपी मिली। देवलान मोरंग खदान में जलधारा में मशीनों से खनन किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। बांदा जिले से ड्रोन कैमरे से बनाए गए वीडियो में स्थान समय समेत पूरी डिटेल थी। वीडियो में आधा दर्जन से अधिक मशीनें जलधारा में खनन करते हुए दिख रही थी लेकिन मामले में जिला प्रशासन ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी।