चलते समय जांघों में होने लगती है रगड़ और जलन , बचाव के ल‍िए करें ये काम

 

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
मौसम का असर स्कीन पर भी पड़ता हैं . क्योकि बहुत से लोगो कि स्कीन बहुत ही स्वफ्ट व मुलायम होती हैं। इसलिए मौसम का असर कई लोगों की जांघे उतनी मोटी होती हैं क‍ि वे चलते हुए उनकी रगड़ खाने की वजह से वहां रैशेज और जलन की समस्‍या होने लगती है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो हम यहां आपको आसान से कुछ टिप्‍स बता रहे है जिसे करने से आप इनर थाई की रैशेज और जलन से छुटकारा पा सकती है।

नारियल तेल लगाएं :- नार‍ियल तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जलन रोधी होने के कारण ठंडक प्रदान करते हैं। जांघों के आसपास के एरिया में इस तेल को लगाने से रगड़ की समस्‍या नहीं होती है और जिसकी वजह से क‍िसी तरह की समस्‍या भी नहीं होती है।

पेट्रोल‍ियम जेली लगाएं :- जांघों के भीतर लोशन या पेट्रोल‍ियम जेल लगाएं, जिससे उनके बीच की रगड़ कम होगी और रैशेज की वजह से होने वाले जलन से भी छुटकारा मिलेगा। इसल‍िए जॉगिंग या रनिंग करते हुए इनर थाई पर पेट्रोलियम जैली लगाना न भूलें।

सही कपड़े का चुनाव करें :- इनर थाई में घर्षण, रैशेज और जलन की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए हमेशा सही कपड़े का चुनाव करें। क्‍योंक‍ि कई बार सिंथेटिक कपड़े या ज्‍यादा टाइट कपड़े पहनने की वजह से पसीना होने लगता है जिसकी वजह से रगड़ आने लगती है और एलर्जी होने की वजह से खतरा और बढ़ रहा है। इसल‍िए ऐसे कपड़े चुनें जिनमें हवा आसानी से आर-पार जा सकें। जिससे पसीने की नौबत नहीं आएगी और त्‍वचा भी नहीं छिलेगी।

थाई में बेबी पाउडर लगाएं :- जांघों की आसपास जब चर्बी बढ़ जाती है तो वहां की स्किन घर्षण की वजह से छिल जाती है। इसल‍िए बेबी  पाउडर लगाएं क्‍योंकि उसमें स्किन सूदिंग के ल‍िए तत्‍व मौजूद होते हैं।