जनसंख्या पर छिड़ी बहस के बीच बिहार के स्वास्थ्य मंत्री का निर्देश ; मंगल पांडेय ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
* गर्भ निरोधक के प्रयोग को बढ़ावा दें सर्जन और मेडिकल स्टाफ
जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर छिड़ी बहस के बीच बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडये ने राज्य के सर्जनों, चिकित्सा अधिकारियों से गर्भ निरोधकों के प्रयोग को बढ़ावा देने को कहा है। बुधवार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मंगल पांडेय ने सभी सिविल सर्जनों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आशा कार्यकर्ताओं को गर्भनिरोधक इंजेक्शन ‘अंतरा’ और गर्भनिरोधक गोली ‘छाया’ के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए परामर्श दें। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने देश के समग्र विकास के लिए परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण की जरूरत पर बल दिया।

विवाहित जोड़ों को परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहित करें…
पांडेय बिहार की ‘परिवार नियोजन यात्रा और आगे की राह’ पर प्रकाश डालने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। पांडेय ने कहा कि “प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को एक इंजेक्शन लगाने के लिए प्रोत्साहन के रूप में 100 रुपये दिए जाते हैं। आशा कार्यकर्ता को विशेष रूप से विवाहित जोड़ों के पास जाना चाहिए और उन्हें परिवार नियोजन की विधियों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। पहले ये इंजेक्शन सभी के लिए किफायती नहीं थे। लेकिन अब, केंद्र सरकार के राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत, इंजेक्शन मुफ्त दिए जा रहे हैं।”

70 वर्षों में हमारी जनसंख्या लगभग चार गुना बढ़ गई…
उन्होंने 1951 से 2021 तक के बिहार की जनसंख्या के अनुमानित आंकड़ों को भी साझा किया। पांडे ने कहा कि 1951 में राज्य की जनसंख्या 2.9 करोड़ थी, लेकिन 2021 में यह लगभग 12.7 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “70 वर्षों में हमारी जनसंख्या लगभग चार गुना बढ़ गई है। कल्पना कीजिए कि चार सदस्यों वाले परिवार की संख्या जब 16 तक बढ़ जाएगी तो वो इसे कैसे डील करेंगे। हमारी भूमि का क्षेत्रफल समान है, लेकिन जनसंख्या बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि “हम कौशल विकास कार्यक्रम और रोजगार सृजन के साथ अपने बच्चों के लिए अच्छे बुनियादी ढांचे, शैक्षणिक संस्थानों की उम्मीद करते हैं। इन सबके लिए, हमें परिवार नियोजन करना होगा।” पांडे ने आगे जोड़ते हुए कहा कि नवजात बच्चों को एक संपत्ति बनना चाहिए, न कि बोझ।