जमीन पर बैठकर खाना खाने से मिलते है गजब के फायदे

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
अपने देश में सदियों से कई परंपराएं ऐसी हैं , जिनका सीधा संबंध मनुष्य के स्वास्थ्य (Health) से होता है। ऐसी ही एक परंपरा जमीन पर बैठकर खाना खाने की है। हालांकि आजकल अधिकतर लोग जमीन पर बैठकर खाना नहीं खाते हैं। भले ही , यह आपके लिए बहुत आरामदायक हो , लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में आपको जमीन पर बैठकर खाने के फायदों के बारे में पता होना चाहिए।

1- वजन नियंत्रण में रहता है :- जब आप सुखासन में बैठते हैं तो आपका दिमाग अपने आप शांत हो जाता है। वह बेहतर ढंग से भोजन पर ध्यान केंद्रित कर पाता है। इससे दिमाग पेट को सही समय पर तृप्ति का अहसास करवाता है। इस प्रकार सुखासन में बैठकर खाने से आप जरूरत से ज्यादा खाने से बचते हैं और आपका वेट नियंत्रित रहता है।

2- लचीला बनता है शरीर :- जब आप सुखासन में बैठते हैं तो आपकी श्रोणि , निचली पीठ , पेट के आस-पास और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। इससे डाइजेस्टिव सिस्टम आराम से अपना काम कर पाता है। इसके अलावा, यह स्थिति किसी भी प्रकार से आपके पेट पर अतिरिक्त दबाव नहीं डालती, जिससे आपको खाने में और बेहतर ढंग से पचाने में मदद मिलती है।

इससे पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। इसके अलावा , जब आप जमीन पर बैठ कर खाना खाते हैं, तो आप स्वाभाविक रूप से खाने के लिए थोड़ा आगे झुकते हैं और खाने को निगलने के लिए वापस अपनी पहले वाली अवस्था में आ जाते हैं। इस तरह लगातार आगे और पीछे की ओर झुकने से आपकी पेट की मांसपेशियां सक्रिय रहती हैं। साथ ही यह आपके पेट में एसिड को भी बढ़ाता है। इस तरह आपके लिए भोजन को पचाना बहुत आसान हो जाता है।

3- दर्द से दिलाए राहत :- खाना खाने का यह तरीका आपको समय से पहले बूढ़ा नहीं होने देता हैं, क्योंकि इस मुद्रा में बैठकर खाना खाने से रीढ़ की हड्डी और पीठ से जुड़ी समस्याएं नहीं होती हैं। साथ ही, जो लोग कंधों को पीछे धकेलते हुए गलत मुद्रा में बैठने के कारण किसी तरह के दर्द से परेशान होते हैं, वह समस्या भी इस आसन में बैठकर खाना खाने से दूर हो जाती है।

4- उम्र को बढ़ाए :- एक अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग जमीन पर पद्मासन में या सुखासन में बैठते हैं और बिना किसी सहारे के खड़े होने में सक्षम होते हैं, उनकी लंबे समय तक जीवित रहने की संभावना ज्यादा होती है।

5- लचीले बनते हैं जोड़ :- पद्मासन और सुखासन एक ऐसी मुद्रा है, जो आपके पूरे शरीर को लाभ पहुंचाती है। यह केवल आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में ही मदद नहीं करती, बल्कि आपके जोड़ों को कोमल और लचीला बनाए रखने में भी मदद करती है। गठिया व हड्डियों की कमजोरी जैसे रोगों से भी बचाती है। लचीलेपन के साथ जोड़ों में चिकनाई आती है , जिससे जमीन पर बैठने में आसानी होती है।

6- दिमाग रहता है शांत :- जो लोग सुखासन में बैठकर खाना खाते हैं, उनका दिमाग तनाव रहित रहने की संभावना अधिक होती है, क्योंकि यह दिमाग को रिलैक्स औेर तंत्रिकाओं को शांत करता है। आयुर्वेद में माना गया है कि मन को शांत रखकर खाना खाने से पाचन बेहतर होता है। साथ ही, खाने के बाद संतुष्टि का अहसास भी होता है।

7- दिल बने मजबूत :- जब आप जमीन पर बैठकर खाना खाते हैं तो ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है। इस तरह दिल बड़ी आसानी से पाचन में मदद करने वाले सभी अंगों तक खून पहुंचाता है , लेकिन जब आप कुर्सी पर बैठ कर खाना खाते हैं तो यहां ब्लड सर्कुलेशन विपरीत होता है। जमीन पर बैठ कर खाना खाने से दिल भी स्वस्थ रहता है।