जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कोविड-19 पर 11 सदस्य समितियों के साथ समीक्षा बैठक एवं योग पद्धति पर आधारित आयुष कवच ऐप को अपलोड करें जनपदवासी

पशुपालकों द्वारा स्वामित्व के पशुओं को निराश्रित एवं बेसहारा के रूप में छोड़ने पर होगी कार्यवाही

रिपोर्ट :- वरिष्ठ संवाददाता(विशाल मिश्रा)
उन्नाव :- जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार व पुलिस अधीक्षक विक्रान्तवीर की अध्यक्षता में संयुक्त रूप से गठित ग्यारह सदस्यीय टीम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने लाॅकडाउन के दौरान जनपद में कोविड-19 महामारी की रोकथाम एवं बचाव हेतु किये जा रहे प्रयासों के तहत विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।

जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी, डॉ राजेश कुमार प्रजापति को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में जो भी लोग बाहर से आ रहे हैं उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रखा जाना चाहिए, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कोई भी बाहर से आने वाला व्यक्ति सीधे अपने घर को न जाएं। उन्हें पहले क्वॉरेंटाइन किया जाए उसके पश्चात उन्हें खाद्यान सामग्री किट उपलब्ध कराते हुये ही घर भेजा जाए। उन्होेंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि एन0सी0सी0 कैडेट्स, युवक मंगल दल, पूर्व सैनिक बल, अन्य संस्थाओं आदि को समस्त संक्रमित/संदिग्धों को कोरोना वायरस (कोविड-19) नामक महामारी से निजात दिलाने हेतु ट्रेनिंग प्रोग्राम प्रतिदिन कराया जाये।

जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाहर से आये हुये प्रवासी मजदूरों की फीडिंग का कार्य शतप्रतिशत पूर्ण होना चाहिए। जिला विद्यालय निरीक्षक, श्री राकेश कुमार को जनपद मंे अधिक से अधिक आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करानें के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशानुसार जो दुकाने खोली जा रही हैं, उसमें आने वाले ग्राहकों को आरोग्य सेतू एप की जानकारी देतु हुये उनको भी यह ऐप डाउनलोड कराया जाये।

जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री उ0प्र0 की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश शासन आयुष विभाग द्वारा आयुर्वेद एवं योग पद्धति पर आधारित स्वयं की देखभाल तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता वृद्धि हेतु आयुष कवच प्रदेश/जनपद वासियों के स्वस्थ्य रहने हेतु अपलोड करें। उन्होंने कहा कि इसकी महात्ता को देखते हुये समस्त जनपद वासियों को यह ऐप डाउनलोड करने हेतु प्रेरित करें। इसी क्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि लगभग 91000 लागों को आयुष कवच ऐप से जोड़ा जा चुका है।

जिलाधिकारी ने दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिक आदि को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने, राशन, फल सब्जी आदि की उपलब्धता, दूध साफ-सफाई व सेनिटाइजेशन आदि की व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक)/प्रभारी अधिकारी कन्ट्रोल रूम, राकेश कुमार गुप्ता से कन्ट्ोल रूम में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण एवं की जा रही कार्यवाही पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि लाॅकडाउन के दौरान पीड़ित व्यक्तियों की प्राप्त शिकायतों का निस्तारण तत्काल करायें।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि कृषकों/पशुपालकों द्वारा स्वामित्व के पशुओं को निराश्रित एवं बेसहारा के रूप में छोड़ने पर रोक लगाने हेतु नियमानुसार अनुपालन सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल पर सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्था हेतु स्थानीय पुलिस चैकी, पुलिस थाना का सहयोग प्राप्त करते हुये निराश्रित/बेसहारा गोवंश पर अंकुश लगाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। किसी भी दशा में जनपद के अस्थायी गोवंश आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश को परिसर से बाहर न जाने दें। साथ ही भूसा/चारा, पानी तथा चिकित्सीय सुविधा सुनिश्चित की जाये।
बैठक में पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर, मुख्य विकास अधिकारी, डा० राजेश कुमार प्रजापति, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) राकेश कुमार गुप्ता, उप जिलाधिकारी/नोडल अधिकारी नन्हकू, डी०एस०टी०ओ०, श्री राजदीप वर्मा, डी0आई0ओ0एस0, बसिक शिक्षा अधिकारी, उप निदेशक सूचना डा0 मधु ताम्बे, सहित अन्य संबंधित सदस्य आदि उपस्थित रहे।