ट्रक से कुचलकर नौ वर्षीय बच्ची की दर्दनाक मौत

रिपोर्ट : आशीष गुप्ता ,रीडर टाइम्स

पीड़ित पिता से कासिमपुर थाने की पुलिस ने कोरे कागज पर कराये जबरन हस्ताक्षर ट्रक मालिक को बचाने में जुटे थानाध्यक्ष

कासिमपुर / हरदोई : कोतवाली संडीला के कासिमपुर थाना क्षेत्र के शैवाला खेडा के पास एक भीषण हादसा हो गया. घर से दुकान पर सामान लेने गई एक सात वर्षीय किशोरी को एक ट्रक ने कुचल दिया . जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई . कासिमपुर थानाध्यक्ष ने ट्रक चालक व ट्रक मालिक पर कार्रवाई करने के बजाए मृतका के पिता से ही कोरे कागज पर जबरन हस्ताक्षर करवा लिये और बच्ची के शव को अस्पताल लेकर चले गए . बताते चले कि सुबह करीब सात बजे कासिमपुर थाना क्षेत्र के शैवाला खेडा निवासी राजू की सात वर्षीय पुत्री चांदनी घर से बाहर सड़क के उस पार दुकान पर सामान लेने गई थी. तभी बांगरमऊ की तरफ से तेज रफ्तार में आ रहे यूपी 92 टी 5302 ट्रक ने बच्ची को कुचल दिया .

 

जिससे बच्ची की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई . घटना की सूचना जब कासिमपुर थानाध्यक्ष अमित भदौरिया को मिली तो ये अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और ट्रक चालक व ट्रक मालिक पर कार्रवाई करने के बजाए मृतका के पिता पर मामले को दबाने के लिए दबाव डालने लगे . मृतका के पिता ने बताया कि मैने जब ट्रक के नीचे से अपनी बेटी को बाहर निकाला तो वह मर चुकी थी और मैं अपनी बेटी को गोद में लेकर बैठा था . तभी पुलिस ने हमसे कहा कि इसको अस्पताल ले चलो और जबरन कासिमपुर थानाध्यक्ष ने कोरे कागज पर जबरदस्ती हमसे हस्ताक्षर करवा लिये .

 पाठकों अब सवाल यह उठता है कि आखिर कासिमपुर थानाध्यक्ष अमित भदौरिया ट्रक चालक व ट्रक मालिक को बचाने का प्रयास क्यूं कर रहे है और पीडित पिता व परिवार के साथ न्याय करना क्यूं उचित नही समझते तथा पीड़ित परिजनों को सहारा देने के बजाय थानाध्यक्ष ट्रक चालक व ट्रक मालिक को बचाने में जुटे है इतना ही नही आगे बताते चले कि कासिमपुर थानाध्यक्ष ट्रक को हिरासत में लेने के बजाय ट्रक चालक व ट्रक मालिक पर कार्रवाई करने के बदले ट्रक की मौरंग उतरवाकर क्रेन मंगाई और ट्रक को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिए ट्रक चालक ने बताया कि ट्रक मालिक कहने लगे कि कासिमपुर जाओ क्रेन लेकर वहा थाने से फोन आया है वहां गाडी निकालाना है वाह पुलिस पीड़ित परिवार की सहायता करने के बजाए दोषियों का साथ दे रही है इस घटना से पीड़ित परिवार के अलावा पूरे गांव में एक बडी दुख की लहर दौड गई और क्षेत्र में इस घटना से कोहराम मचा है।