फरीदाबाद के जिस घर में रुका था विकास दुबे उस घर के परिजनों को बनाया बंधक

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

विकास दुबे व् अमर दुबे और प्रभात मिश्रा तीनो ही 6 जुलाई को सुबह नौ बजे ही फरीदाबाद में श्रवण मिश्रा के घर पहुंच गए थे। श्रवण मिश्रा और उनकी पत्नी शांति मिश्रा ने दावा की सुबह नौ बजे ही दोनों लोग उनके घर आ गये थे। और फिर उसके बाद विकास ने उन सबके फ़ोन छीन के सबको बंधक बना लिया था। और श्रवण मिश्रा की पत्नी ने ये भी बताया की विकास दुबे उन लोगो को मरने की धमकी भी दिया था। और उसके बेटे अंकुर को डरा धमका कर गाड़ी पर बैठा कर रोहिणी नगर ले गया था। सूत्रों की जानकारी के अनुसार आपको बता दे की श्रवण मिश्रा और उसका बेटा अंकुर पुलिस की गिरफ्त में है। और यही से गिरफ्तार हुए प्रभात मिश्रा को पुलिस ने इनकाउंटर में मार गिराया हैं। क्योकि वह पुलिस की बंदूक को छीन कर भागने की कोशिश कर रहा था। और फिर इन सब के दौरान अमर दुबे को भी इनकाउंटर में मार कर ढेर किया गया । विकास दुबे मामले में पुलिस ने ग्वालियर से दो लोगो को गिरफ्तार किया। क्योकि इन दोनों ने विकास दुबे के दो साथियो को रहने के लिए जगह दी थी। दोनों मददगार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार के लिया हैं।

गांव वालों से मिली बिकरू पुलिस

गैंगस्टर विकास दुबे के इनकाउंटर के बाद में पुलिस के कर्मचारी कानपूर के बिकरू गांव पहुंचे। पुलिस की टीम ने गांव वालो के साथ बात कर के सभी गांव के लोगो के मन से गैंगस्टर विकास दुबे का खौर दूर करने की कोशिश की। गांव वालो ने पुलिस को बताया की आरोपी विकास दुबे ने अपनी दबंगई के बल पर गांव वालो की जमीन जायजाद अपने कब्जे में कर लिया था। और फिर पुलिस की टीम ने उन सभी गांव वालो दिलासा देते हुए । कहा की विकास दुबे ने जिसका जो भी हड़पा हैं । वो सब वापस मिल जाएगा। और विकास का खौफ खत्म करने के लिए बिकरू गांव में एक पुलिस चौकी भी बनाई जाएगी।