बुधवार को तीन फ्लाइट से 142 विद्यार्थियों सहित 180 प्रवासी राजस्थानी जयपुर आए एसीएस उद्योग

ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज

रीडर टाइम्स

  • बच्चों ने कहा कि अपनों के बीच आने का सुख शब्दों में व्यक्त नहीं हो सकता, बच्चों के चेहरों पर आई रौनक

जयपुर : अपनी माटी पर लौटने से जो सुकून मिला है, वह सुकून शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। सरकार का लाख शुक्रिया है कि हम बच्चों पर ध्यान दिया और हमारे को अपने वतन लौटने का अवसर दिया। कजाकिस्तान के कारगंडा यूनिवर्सिटी के हम सभी विद्यार्थी सरकार को धन्यवाद देते हैं। यह प्रतिक्रिया रही कजाकिस्तान से बुधवार को जयपुर लौटे 142 बच्चों की। कजाकिस्तान की इस मेडिकल यूनिवर्सिटी में बड़ी संख्या में राजस्थान के बच्चे डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं। मंगलवार को भी कजाकिस्तान से जयपुर आई फ्लाइट में 140 बच्चे जयपुर आए।उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को तीन फ्लाइट्स में 180 राजस्थानी प्रवासी जयपुर आए। इनमें बुधवार को सुबह टोरंटो की फ्लाइट से 15 राजस्थानी प्रवासी जयपुर आए हैं वहीं रात को जोर्जिया से 23 प्रवासी राजस्थानी आए हैं। उन्होने बताया कि अब तक 465 से अधिक प्रवासी राजस्थानी विदेश से फ्लाइट के माध्यम से आ गए हैं। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि विदेश से आने वाले सभी प्रवासियों को 7 दिन के संस्थागत क्वारंटाइन और उसके बाद 7 दिन तक होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि विदेश से आने वाले सभी राजस्थानी प्रवासियों के लिए एयरपोर्ट पर चाय, काफी, ठण्डा पीने के पानी आदि की समुचित व्यवस्था की गई है।

एयर पोर्ट पर जयपुर डीसीपी इस्ट राहुल जैन, रीको के एडवाइजर इन्फ्रा राजेन्द्र शर्मा, डीजीएम तरुण जैन, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेन्द्र सिंह शेखावत, क्वारंटाइन अधिकारी बिरधी चंद गंगवाल, डॉ. धनेश्वर के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम, जिला प्रशासन आदि व्यवस्थाओं को चाक चोबंद करने में जुटे हैं। संस्थागत क्वारंटाइन के लिए तीन कैटेगरी में करीब दस होटल की व्यवस्था की गई है जहां सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई बसों से पंहुचाया जा रहा है। एयरपोर्ट पर 20-20 की संख्या में थर्मल स्केनिंग, पांच मेडिकल जांच काउंटरों पर मेडिकल जांच, सोशल डिस्टेंस की पालना, आवश्यकता होने पर बीएसएनएल की सीम, तीन काउंटरो पर संस्थागत क्वारंटाइन होटल और पांच काउंटरों पर इमिग्रेशन का कार्य किया जा रहा है।एयरपोर्ट के निदेशक जयदीप सिंह बल्हारा ने बताया कि एयरपोर्ट परिसर मे अलग अलग और प्रमुख स्थानों पर स्टेण्डियां लगाकर कोरोना प्रोटोकाल व डू व डूनॉट की जानकारी दी जा रही है।

कजाकिस्तान से लौटे माधोपुर के निवासी एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रा अंकिमा खर्रा ने बताया कि लाख सुविधाएं व सुरक्षा होने के बावजूद अपनों की बीच रहना अलग ही सुकून देता है। झुन्झुनू की अनिषा गोदारा ने कहा कि भले ही संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा पर अपनी माटी पर आने की जो प्रसन्नता है वह व्यक्त नहीं की जा सकती। रींगस के रोहित कुमार और जयपुर झोटवाड़ा के संजय शर्मा ने सभी छात्रों की ओर से सरकार का आभर व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने हमारे को लाने की व्यवस्था कर बहुत अच्छा किया और इससे सब खुश है। उन्होंने कहा कि अपने देश अपने घर परिवार के पास लौटे है तो अच्छा लगेगा ही।