मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन , तीन दिन का राजकीय शोक

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

मध्य प्रदेश के राजनीती में सभासद से राज्यपाल तक का सफर तय करने वाले लालजी टंडन का 85 वर्ष कि आयु में निधन हो गया। लालजी टंडन पुरानी राजनीती परम्परा के नेता थे। लालजी टंडन के निधन कि जानकारी यूपी कि सरकार में मंत्री और उनके बेटे आशुतोष टंडन ने ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिये बताया। भाजपा सरकार के साथ लम्बा जीवन जीने वाले लालजी टंडन ने अपनी अंतिम सास भाजपा के नाम कि ली थी। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया। निधन पर राज्य सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक कि घोषणा कि हैं।

जानकारी के मुताबिक, लालजी टंडन बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज भी चल रहा था। लालजी टंडन भाजपा कार्यकर्ताओ के बीच ही नहीं बल्कि दूसरे दलों के नेताओ के भी अधिक प्रिय थे। मदद के लिए उनके पास आए व्यक्ति को कभी निराश नहीं किया। महान नेता लाल जी टंडन लखनऊ में जाति ,धर्म मजहब से ऊपर उठ कर देखने वालो में से थे। उन्होंने जाति धर्म में कभी भेद भाव नहीं किया। महान नेता लाल जी टंडन ,जिन्होंने लखनऊ का सांस्कृतिक परिष्कार किया। लालजी टंडन के निधन पर प्रदेश के मुख्य मंत्री ने कहा कि , लाल जी टंडन जी के निधन से देश ने एक लोकप्रिय जननेता खो दिया हैं। प्रदेश के उपमुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने टंडन के निधन पर अपनी अयोध्या कि यात्रा को रोक दिया हैं। और उनके निधन पर दुःख व्यक्त किया हैं।