मराठा आरक्षण: मुंबई में बंद का असर नहीं, बसों में तोड़फोड़ और जबरन दुकानें बंद कराई

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महाराष्ट्र में 16% आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समाज का आंदोलन आज भी जारी है| मुंबई में बंद का असर नहीं दिखा है| हालांकि कहीं-कहीं ट्रेन, रास्ते, दुकानें बंद कराने की पूरी कोशिश की गई| सुबह में बेस्ट की बसों पर पत्थर बरसाए गए| मराठा आंदोलन को लेकर आज मुंबई समेत आसपास के जिलों में बंद का एलान किया गया| मुंबई, नवी मुंबई, पालघर, ठाणे, कल्याण, सातारा, नासिक में बंद बुलाया गया| हालांकि, इसका असर कम ही देखा जा रहा है| आरक्षण की मांग को लेकर कल महाराष्ट्र के 15 जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे|

औरंगाबाद में किसान जगन्नाथ सोनावने ने आरक्षण की मांग को लेकर जहर खा लिया| उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई|नवी मुंबई में स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं| ठाणे और जोगेश्वरी में लोकल ट्रेनों को भी रोका गया| इस कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा| बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया था और दो प्रदर्शनकारियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की| हलाकि मराठा मोर्चा ने ज़रूरी सेवाओं को भी प्रभावित नहीं करने का फ़ैसला लिया है| साथ ही मुंबई समेत दूसरे इलाक़ों में बंद को देखते हुए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं| चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है| ताक़ि कोई अप्रिय घटना हो तो उससे सख़्ती से निपटा जाए|

आपको बता दे कि महाराष्ट्र बंद का सबसे ज्यादा असर औरंगाबाद और आसपास के जिलों में देखने को मिला है| जहां कल आरक्षण के पक्ष में निकाले गए मार्च के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी| वहीं दूसरी तरफ जहर खाने वाले दूसरे प्रदर्शनकारी की भी अस्पताल में ही मौत हो गई| इस शख्स का नाम जग्गनाथ सोणानने बताया जा रहा है|

क्या है आंदोलन कि वजह

हाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की चिंगारी इसलिए भड़की है, क्योंकि 8 साल बाद महाराष्ट्र में 72,000 सरकारी भर्तियां होने वाली हैं| मराठा समाज को लग रहा है कि अगर ये भर्तियां उन्हें 16 फीसदी आरक्षण दिए बिना पूरी कर ली गईं तो उनके समाज के साथ बड़ा धोखा होगा| मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा है कि 72 हज़ार भर्तियों में 16 फीसदी सीटें मराठा उम्मीदवारों के लिए रिजर्व रखेंग| कोर्ट से हरी झंडी मिलने पर मराठा उम्मीदवारों से सीट भरेंगे मराठा क्रांति मोर्चा के संयोजक रविन्द्र पाटिल ने कहा है कि जब तक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मराठा समुदाय से माफी नहीं मांग लेते हम अपना प्रर्दशन जारी रखेंगे|

भीड़ में शिकार हुए पुलिस कांस्टेबल कि मौत

कल नदी में कूदकर जान देने वाले एक मराठा प्रदर्शनकारी के अंतिम संस्कार स्थल के पास तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की मौत हो गई| पुलिस का कहना है कि उसकी मौत के कारणों का अभी पता नहीं है| पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है| उनके हाथों और पैरों पर चोट के निशान हैं. उसी स्थल पर तैनात अन्य पुलिसकर्मी पथराव में जख्मी हो गए|गौरतलब है कि 27 वर्षीय काकासाहब शिंदे औरंगाबाद में एक पुल से गोदावरी नदी में कूद गया था| उसे नदी से निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया|

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मराठा समाज का आरोप है कि पिछले साल के मूक आंदोलन के बाद राज्य सरकार ने साल भर में अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया| उलटे गैर जिम्मेदार बयानबाजी कर हमारी भावनाओं से खिलवाड़ किया है| मराठा मोर्चा आरक्षण की मांग है कि आरक्षण का भरोसा पूरा हो| सरकारी नौकरियों, शिक्षण संस्थानों में आरक्षण लागू हो, ताक़ि मराठा समाज आगे बढ़ सकें| महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा किसान मराठा हैं, ऐसे में मराठा मोर्चा स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशें लागू करने की मांग कर रहा है| साथ ही SC-ST ऐक्ट में बदलाव की मांग कर रहे हैं|

भीड़ को कंट्रोल करने के लिए लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले दागे

औरंगाबाद की पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने बताया कि भीड़ को संभालने मौजूद पुलिस कर्मियों ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे| एक अधिकारी ने बताया कि जलना के घनसांगवी थाने पर प्रदर्शनकारियों के पथराव में आठ पुलिसकर्मी जख्मी हो गए|उन्होंने बताया कि कायगांव में प्रदर्शनकारियों ने दमकल की एक गाड़ी को भी आग लगा दी| प्रदर्शनकारियों ने लातूर जिले के निलांगा तहसील में हैदराबाद-लातूर बस पर भी पथराव किया|

क्या है मराठा समजा की मांगे

मराठा समाज 16% आरक्षण की मांग कर रहा है| ये समाज पिछड़ा वर्ग के तहत सरकारी नौकरी, शिक्षा के क्षेत्र में भी आरक्षण की मांग कर रहा है| पिछले दो सालों से महाराष्ट्र में ये आंदोलन चल रहा है| पिछले दो सालों में 60 से ज्यादा जगहों पर आंदोलन हुआ है| इतना ही नहीं मराठा समाज कोपर्डी गैंगरेप के दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहा है| साल 2016 में कोपर्डी में नाबालिग से गैंगरेप हुआ था| महाराष्ट्र में मराठा आबादी 33% यानी करीब चार करोड़ है| ऐसे में कोई भी सरकार इस समाज को नाराज नहीं कर सकती| इस आंदोलन का नेतृत्व मराठा क्रांति मोर्चा कर रहा है| मराठा आंदोलन में लाखों लोग शामिल हो रहे हैं|