यूपीएसआईंडीसी उन्नाव के अधिकारियों की ज़बरदस्ती, किसान बेहाल, सरकार की छवि को पहुँचा रहे नुक्सान

 

 

विशाल मौर्य (रीडर टाइम्स)

फोटो-विरेन्द्र कुमार

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* यूपी के उन्नाव में बन रहे हाईटेक सिटी के सपने कहीं अधूरे न रह जाये
* यूपीएसआईंडीसी द्वारा अब तक करीब एक सैकड़ा से अधिक किसानों को नही किया गया भुगतान।
* 13 अगस्त तक भुगतान व शर्ते पूरी करने का किसानों ने दिया अल्टीमेटम

विशाल मौर्य (रीडर टाइम्स)

फोटो-विरेन्द्र कुमार

कानपुर से सटे कन्हवापुर, मुरलीपुर, लक्ष्मीखेड़ा, मनभौना, शंकरपुर, आदि गांवों में यू.पी.एस.आईं.डी.सी द्वारा हाईटेक सिटी बसाने के लिए युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। आस-पास के स्थानीय लोगों में हाईटेक सिटी के पास बसे होने की जितनी खुशी है, उससे कहीं ज्यादा वो किसान पीड़ित है। जिनकी भूमि पर हाईटेक सिटी बसाई जा रही है। इसका सबसे बडा कारण यह है कि जिन शर्ताे को लेकर यू.पी.एस.आईं.डी.सी और किसानों के बीच समझौता हुआ था, उन शर्ताे को यू.पी.एस.आईं.डी.सी के अधिकारी अधिग्रहण हो जाने के बाद भूल चुके है। किसानों का कहना है कि उनकी बेस कीमती 1151 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर उनसे जबरन अधिग्रहित कर ली गई है। यू.पी.एस.आईं.डी.सी और किसानों के बीच समझौते की स्थित न बन पाने के कारण वर्ष 2014 में सरकार द्वारा 12 लाख 51 हजार रुपये प्रति बीघे की दर से मुआवजा देने की बात कही थी। इसके साथ ही अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को 6 प्रतिशत विकसित भूमि निःशुल्क तथा प्रभावित परिवार के सदस्य को नौकरी व पचास हजार रुपये एक मुश्त देने की घोषणा की थी। लेकिन अधिग्रहण के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी करीब एक सैकड़ा से अधिक किसानों को अब तक उनका भुगतान नही किया गया है। और न ही अन्य कोई शर्ते पूरी की गई है। जिसकों लेकर स्थानीय किसानों ने कई बार राज्यपाल को इस मामले से अवगत कराया। साथ ही साथ स्थानीय जिलाधिकारी को भी ज्ञापन देकर अवगत कराते रहे हैै। लेकिन कहीं से न्याय न मिलता देख अब किसानों ने आन्दोलन का रुख अख्तयार कर लिया है। किसानों का कहना है कि यदि 13 अगस्त तक उनका भुगतान नही किया गया तो 15 अगस्त से, हाईटेक सिटी में चल रहे निर्माण कार्य को जबरन रुकवा दिया जायेगा। किसानों का कहना है कि अधिग्रहण समाप्त होने के बाद भी यू.पी.एस.आईं.डी.सी द्वारा किसानों की बची हुई जमीन को बिना नोटिस दिए ही कब्जा कर लिया गया है। किसानों का यह भी कहना है कि यदि ऐसी स्थिति में हाईटेक सिटी का कार्य रुकता है तो इसके लिए यू.पी.एस.आईं.डी.सी के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। और हाईटेक सिटी के सपने अधूरे रह जायेगे। हीरेन्द्र निगम, अनिल सिंह, छेदीलाल सक्सेना, श्रवण कुमार, सनोज यादव, कैलाश, राम त्रिवेदी, कुन्नु तिवारी, गौरीकान्त त्रिवेदी आदि सैकड़ो किसान आन्दोलन की रणनीती बनाईं।