यूपी पालीटेक्निक में पढ़ाई के साथ : मिलेगी पक्की नौकरी,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
यूपी में कोरोना काल के बाद जहां तकनीकी शिक्षा को लेकर विशेष कार्ययोजना बनाई जा रही है तो दूसरी ओर पालीटेक्निक में पढ़ाई के साथ पक्की नौकरी देने की कवायद शुरू हो रही है। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही अब सेवायोजन पर जोर देने की तैयारी कर दी है। परिषद कार्यालय में स्थापित केंद्रीय प्लेसमेंट सेल को सक्रिय करने और कैंपस सेलेक्शन के लिए कंपनियों को आमंत्रित करने की भी जिम्मेदारी दी गई है।

लखनऊ के हीवेट पॉलीटेक्निक में पढ़ने वाले 90 फीसद छात्रों को कैंपस चयन कर बीते वर्षों में नौकरी दी गई। लखनऊ पालीटेक्निक में 70 से 80 फीसद छात्रों को अंतिम वर्ष में ही नियुक्ति पत्र दिया गया। कुछ ऐसा ही हाल समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पालीटेक्निक का है जहां 70 फीसद विद्यार्थियों को नौकरी कैंपस में ही मिल जाती है। संस्थानों के इस प्रयास को नजीर बनाकर पूरे प्रदेश में लागू कर नौकरी के अवसर उपलब्ध कराने की रणनीति को अंतिम रूप दे दिया गया है।

लखनऊ समेत प्रदेश की 154 सरकारी और 19 सहायता प्राप्त पालीटेक्निक संस्थानों में कैंपस सेलेक्शन के इंतजाम के साथ ही स्थानीय स्तर पर प्रयास करने करने के लिए प्रधानाचार्यों से कहा गया है। हीवेट पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य डा.यूसी वाजपेयी, लखनऊ पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह , गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव और राजकीय महिला पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य एसके श्रीवास्तव की प्लेसमेंट को आगे बढ़ाने की भूमिका में विशेष योगदान लिया जाएगा।

“काउंसिलिंग पर जोर: सेवायोजन विभाग की ओर से लगाए जा रहे करियर काउंसिलिंग शिविर को भी प्राथमिकता के आधार पर लगाने की कवायद चल रही है। हर संस्थान को जिला सेवायोजन अधिकारी से संपर्क कर ऐसे शिविर को आनलाइन-आफलाइन सुविधानुसार लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा जिससे विद्यार्थियों को करियर चुनने में आसानी हो।”

संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के प्रभारी सचिव रामरतन ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी देने के लिए स्थापित केंद्रीय प्लेसमेंट सेल को सक्रिय किया जाएगा। अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को नौकरी देने की कवायद का यह हिस्सा है। प्रवेश प्रक्रिया अंतिम चरण में है। समापन के साथ ही रोजगार की तैयारी शुरू होगी।