‘यूपी में विदेशी निवेश लाने की ज़िम्मेदारी दो बड़े मंत्रियों पर,

संवाददाता अमित पांडेय

रीडर टाइम्स

  • सतीश महाना और सिद्धार्थ नाथ सिंह के कन्धों पर बड़ी ज़िम्मेदारी । 

  • चीन से पलायन कर रही कंपनियों पर विशेष नज़र। 

  • यूरोपियन यूनियन देशों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क । 

  • कोरोना से जंग के साथ-साथ प्रदेश सरकार इस संकट को मौके में बदलने का हर संभव प्रयास कर रही है फिर चाहें वो प्रवासी मजदूर के प्रदेश वापसी पर रोज़गार मुहैय्या करने के लिए योजनाएं हों, या चीन से पलायन कर रही अन्य देशों की कंपनियों को उत्तर प्रदेश में लाने के लिए पैकेज हों।  प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कोरोना काल में 24 घंटे काम कर रहे हैं और उनकी अगुवाई में प्रदेश के अन्य मंत्री और अधिकारी गन भी मुस्तैद हैं।

  • चीन से पलायन कर रही कंपनियों को प्रदेश में लाने के लिए राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है। यह समिति निवेश के लिए विभिन्न देशों की कम्पनियों से बात कर उत्तर प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए प्रयत्न करेगी। विदेश की कंपनियों को प्रदेश में अनुकूल वातावरण, आसान एंट्री पालिसी और अन्य आर्थिक फायदों की एक लम्बी फ़ेहरिस्त तैयार की जा रही है.इस संबंध में विचार-विमर्श करने के लिए खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में द्वि मंत्रीगणों के अलावा राज्य सरकार के आर्थिक सलाहकार श्री के0वी0राजू, प्रमुख सचिव एमएसएमई डा0 नवनीत सहगल तथा उद्योग बंधु के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश में विदेशी निवेश के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने तथा निवेश प्रोत्साहन विभाग के ढांचे को मजबूत बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई।

  • हेल्प डेस्क प्रमुख सचिव डा0 नवनीत सहगल की देख-रेख में 

    बैठक में यूरोपियन यूनियन देशों की सुविधा के लिए एक हेल्प डेस्क तैयार करने का निर्णय हुआ, जिसकी देख-रेख प्रमुख सचिव डा0 नवनीत सहगल की गाइडेंस में होगी, साथ ही निवेश हेतु एक वेबसाइट तैयार कराने और उसमें लैंड बैंक की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने पर मुहर लगी, इसी तरह से मानव संसाधन और स्किल लेबर का डाटाबेस तैयार कराने का निर्णय लिया गया है।