रेहरा पुलिस के आगे मुख्यमंत्री व पुलिस अधीक्षक एवं कोर्ट का आदेश पड़ रहा बौना ..

रीडर टाइम्स संवाददाता
बलरामपुर

बलरामपुर जनपद के थाना रेहरा बाजार का एक मामला प्रकाश में आया है।उक्त थाना क्षेत्र के ग्राम देवारीखेरा निवासी भीखीराम पुत्र रिप्पल ने बताया कि मेरे घर के बगल आबादी की जमीन है जिस पर कई सालों से मेरा रहन सहन व कब्जा था और उसी जमीन में मैंने करीब 40 वर्ष पूर्व गोबर गैस का भी निर्माण कराया था।जिस जमीन को हड़पने के लिए विपक्षीयों ने काफी विवाद किया और मामला कोर्ट पहुंच गया।और उक्त जमीन पर कोर्ट ने स्थगन आदेश पारित कर दिया जिसके बावजूद पुलिस के सह पर विपक्षी कोर्ट के आदेश को ताख पर रखकर धीरे-धीरे कब्जा कर रहे हैं जिसकी लिखित सूचना कई बार रेहरा पुलिस को दी गई लेकिन कोई सुनवाई नही हुई।तब प्रार्थी ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत किया उसके बाद भी पुलिस टस से मस नही हुई क्योंकि यह मामला जिस पुलिस अधिकारी को मिला है वह प्रार्थी के विपक्षी का मिलने वाला है ।इस लिए कोई कार्यवाही नही हुई।तब पीड़ित भीखीराम ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की उसके बावजूद भी रेहरा पुलिस के कान में जूं तक नही रेंगी ।वहीं अगर भीखीराम की मानें तो उन्होंने इसकी शिकायत सीओ और एसडीएम से भी करी थी जिस पर उक्त अधिकारियों ने थाना प्रभारी को सख्त हिदायत दी थी कि उक्त जमीन से अवैध कब्जा हटवाकर अवगत कराएं, लेकिन इन अधिकारियों का आदेश भी रेहरा पुलिस के आगे छोटा पड़ गया। वहीं जब इस संबंध में थाना प्रभारी रेहरा बाजार विनोद अग्निहोत्री से की गई तो अपना पल्ला झाड़ते हुए उन्होंने कहा कि इसके बारे में अगर जानकारी करना है तो मेरे तेज तर्रार दरोगा राजेन्द्र यादव से पूँछिये। इस प्रकरण को वही देखते हैं, और जो व्यक्ति मुझसे या मेरे स्टाफ से संतुष्ट नही है व सीओ,एसपी या डीजीपी के पास जाए यह कहकर फोन काट दिए।

अगर पुलिस ऐसे ही अकड़ती रहेगी, तो आम आदमी तो इन्साफ कभी नहीं मिलेगा, ऐसी यूपी पुलिस का भगवान ही मालिक है.