लोकगायकी के ‘नगीने’ ने दुनिया को कहा अलविदा, नही रहे बिरहा सम्राट हीरा लाल यादव

रिपोर्ट :- विनोद गिरि , रीडर टाइम्स

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 हिन्दुस्तान के जाने माने  लोकगायक व लाखों दिलो में बसने वाले हीरा लाल यादव ने रविवार को दुनिया को अलविदा कह दिया है। वह लगभग 83 साल के थे। बीते कई दिनों से वह बीमार चल रहे थे और बनारस के भोजूबीर स्थित एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। शनिवार रात हीरा लाल यादव को आवास पर लाया गया और यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली।

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हीरा लाल यादव के पुत्र सत्यनारायण यादव ने जानकारी दी है कि दिन इसी साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर हीरा लाल यादव को पद्मश्री मिलने की घोषणा की गई थी। इस बीच पीएम मोदी ने उनकी मृत्यु पर ट्विटर पर शौक प्रकट किया है। उनका निधन लोकगायकी के क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है।

 16 मार्च को राष्ट्रपति भवन में मा. रामनाथ कोविंद ने पद्म अलंकार प्रदान किया।  अस्वस्थ्य होने के बाद भी वह राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे। देश में पहली बार बिरहा को पद्म श्री सम्मान मिला था। हीरालाल के निधन की सूचना से शोक की लहर फैल गयी। तमाम लोग उनके आवास पर पहुंचकर संवेदना प्रकट कर रहे हैं। बिरहा सम्राट को श्रद्धांजलि देने पहुंची सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी शालिनी यादव और कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय भी पहुंचे हैं।

भाजपा उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी सुनील ओझा ने कहा कि काशी से अपने एक सच्चे सपूत को खो दिया। करीब सात दशक तक हीरा बुल्लू की जोड़ी गांव शहर में बिरहा की धूम मचाती रही। दोनों ही गायक राष्ट्रभक्ति गीतों से स्वतंत्रता आंदोलन की अलख जगाते रहे। हीरा लाल यादव के साथी बुल्लू यादव का निधन पहले ही हो चुका था।