वीडियो कन्फ्रेन्सिंग के जरिये जलापूर्ति योजना का कार्येक्रम

 

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

पानी को लेकर प्रधान मंत्री ने सभी के जीवन में नया जीवन तैयार कर रहे हैं। पीएम मोदी ने वीडियो कन्फ्रेन्सिंग के जरिये मणिपुर के लिए
पानी की व्यवस्था को लेकर कई बाते कही। योजना के तहत मणिपुर के 16 जिलों के 2,80,756  परिवारवालों के घर तक पहुंचने का वादा किया हैं। सरकार के मुताबिक इस तरह पानी की योजना की गयी हैं। जिससे परिवार में ताजा जल घरेलु नल कनेक्शन दिया जा सके।

• प्रधान मंत्री का वीडियो कन्फ्रेन्सिंग के जरिये सम्बोधन  

 • पीएम मोदी के द्वारा आज की स्थिति में यहाँ हैं कि लगभग एक लाख वाटर कनेक्शन प्रतिदिन दिए जा रहे हैं। यानि कि एक लाख महिलाओं के जीवन से पानी कि दिक्कत को खत्म किया जा सका हैं। और उनका जीवन आसान बन रहा हैं।

 • पीएम मोदी ने ये भी कहा कि पिछले वर्ष जब पानी मिशन कि शुरुआत कि गयी थी तब मैने कहा था हैं। कि पहले कि सरकारों से चार गुना आगे होना हैं। और जब बात 15 करोड़ घरो में पाइप के द्वारा पानी कि व्यवस्था करना हैं। तो रुकने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।

सबसे अहम बात यहाँ हैं कि परियोजना के तहत अगले 20-22 साल तक कि जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही किया गया हैं। इस परियोजना के माध्यम से लाखो लोगो का पिने का पानी तो साफ सुथरा मिलेगा हैं और साथ में बहुत से लोगो को रोजगार भी प्राप्त होगा।

पीएम मोदी ने कोरोना संक्रमण के चलते मणिपुर के अनेको व्यक्तियों को लिए और विशेष तौर पर महिलाओं के लिए आज एक बड़ा दिन हैं।लगभग तीन हजार करोड़ रूपये कि लागत पूरी होने पर मणिपुर कि “वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट” इससे लोगो पानी कि दिक्कते कम होगी।

इससे पहले भी पीएम मोदी ने गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग 25 लाख परिवारों को अन्न दिया गया हैं। और इसी के साथ डेढ लाख से ज्यादा लोगो को उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त सिलेंडर दिया गया हैं।

कोरोना के चलते लॉकडाउन में संक्रमण को कम करने साथ ही उसे रोकने के लिए सरकार दिनरात जुटी हुई हैं। लॉकडाउन के चलते मणिपुर में सुविधा हो या न हो पर फिर भी उन्हें लाने के लिए कदम उठाए गए हैं।

पीएम मोदी ने ये कहा कि , आज के कार्येक्रम का होना एक महत्त्व उदारण हैं कि इस कोरोना संकट काल कि परेशानियों में भी देश रुका नहीं हैं। बस चलता ही गया। और जब तक इसकी वैक्सीन नहीं आ जाती हैं। तब तक इससे हिम्मत के साथ लड़ते ही रहना होगा। और विकास कार्यो को आगे बढ़ाते रहना होगा।