शिवलिंग तोड़ने वाले डॉक्टर अरुण मौर्या को आई एम ए से निष्काषित करने  की उठी मांग

आईएमए  हरदोई  को नहीं है सामाजिक मुद्दों से सरोकार  -डॉ अजय अस्थाना ( आई एम् ए- हरदोई )
भाजपा नेता के पार्टी से निलंबन के बाद भी नही थम रहा आक्रोश

रिपोर्ट : गोपाल द्विवेदी ,रीडर टाइम्सहरदोई : बीते रविवार जिले के एक बड़े भाजपा नेता पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष व केंद्रीय उपभोक्ता भंडार के सभापति डॉक्टर अरुण मौर्या की मौजूदगी में शिवलिंग तोड़े जाने की घटना के बाद लोगों में आक्रोश की लहर दौड़ गयी। भाजपा नेता अरुण मौर्या की करतूत से खफा युवाओं नगरवासियों के साथ सोमवार को सड़को पर उतरकर भाजपा नेता का जमकर विरोध किया था। आक्रोश इस कदर था कि हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए युवाओं ने सोमवार को चक्काजाम करने के साथ साथ शहर कोतवाली का घेराव भी कर डाला था और पुलिस प्रशासन हाय हाय की नारेबाजी करते हुए दो दिन के अंदर भाजपा नेता की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम पुलिस को दे दिया था।

चक्काजाम व कोतवाली के घेराव के दौरान पुलिस लोगों को समझाने में लगी थी, लेकिन लोग पुलिस की एक भी सुनने को तैयार नही थे और वह जल्द से जल्द भाजपा नेता अरुण को गिरफ्तार किए जाने की मांग पर अड़े थे। पुलिस ने जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने का आश्वासन देकर जैसे तैसे प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे लोगों को समझाकर चक्काजाम को खुलवाया था। सोमवार देर रात आक्रोशित भीड़ जिला प्रभारी मंत्री सतीश महाना का घेराव करने के लिए निरीक्षण भवन भी पहुंच गई थी, जिसके बाद पुलिस के हाँथ पांव फूल गए और आनन फानन में सीओ सिटी, शहर कोतवाल भारी पुलिसबल के निरीक्षण पहुंचकर लोगों को समझाने लगे।

निरीक्षण भवन में प्रदर्शनकारियों के पहुंचने की खबर मिलने के बाद प्रभारी मंत्री भी तय समय से काफी देर बाद निरीक्षण भवन पहुंचे लेकिन इससे पहले ही भाजपा नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को निरीक्षण भवन से समझा बुझाकर चलता कर दिया था। प्रदर्शनकारियों के निरीक्षण भवन से जाने के कुछ देर बाद भाजपा जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्रा ने अरुण मौर्या को पार्टी से निलंबित करने का पत्र जारी कर पार्टी की फजीहत कम करने की कोशिश की थी।

इन तमाम कोशिशों के बाद भी लोगों का आक्रोश आज भी कम होने का नाम नही ले रहा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को कई संगठनों के लोगों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजय अस्थाना से मुलाकात कर डॉक्टर अरुण मौर्या  को एसोशियेशन से बर्खास्त करने  की मांग की। जहां एक ओर लोग सोशल मीडिया से लेकर अन्य तरह से आईएमए  जिलाध्यक्ष अजय अस्थाना से भाजपा नेता डॉक्टर अरुण मौर्या का लाइसेंस निरस्त करने की मांग कर रहे है तो वहीं आईएमए  जिलाध्यक्ष पूरे मामले से अनभिज्ञ बनकर जानकारी न होने की बात कर रहे हैं।

जब रीडर  टाइम्स के सम्वाददाता ने आई एम् ए अध्यक्ष से उनका पक्ष जानना  चाहा तो उन्होंने स्पष्ट कहा की मुझे सामाजिक मुद्दों से या मूर्ति तोडें जाने से कोई मतलब नहीं है और न ही हम उसको ( अरुण मौर्या )  आई  एम् ए से निकालने जा रहे हैं । अब आगे देखना है कि पुलिस प्रदर्शनकारियों को दिए गए बुधवार तक भाजपा नेता की गिरफ्तारी करने के अपने वादे को पूरा कर पाती है या नही, और आईएमए जिलाध्यक्ष लोगों की भी भावनाओं का सम्मान करने के लिए कोई कदम उठाते है या नही।