श्रावण मास में खास होता है भगवान शिव की पूजा, 19 साल बाद बन रहा ऐसा संयोग

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देवों के देव महादेव कहे जाने वाले भगवान शिव का प्रिय महीना सावन शुरू हो चुका है, पूरे महीने शिवालयों में भक्तों का सैलाब रहता है | कुछ भक्त तो सावन के महीने में पड़ने वाले सभी सोमवार का उपवास भी रख रहे हैं, इस महीने में सोमवार के उपवास का खास महत्व है, माना जाता है इससे जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है, मान्यता है विवाहित औरतों को इस महीने में सोमवार व्रत रखने पर सौभाग्य वरदान मिलता है, और कुवांरी लड़कियों को अच्छा वर मिलता है |

 

 

इस साल सावन महीने की शुरुआत 27 जुलाई से हो रही है, लेकिन इसे उदया तिथि यानी 28 जुलाई से मानी जाएगी. इस साल का सावन बेहद खास होने वाला है, क्योंकि 19 साल बाद सावन पूरे 30 दिन तक चलेगा. दरअसल सावन के 30 दिनों का होने के पीछे अधिकमास है. 28 अगस्त को सावन का आखिरी दिन होगा, इस दिन रक्षाबंधन का त्योहार है |

 

 

आज 30 जुलाई को सावन 2018 का पहला सोमवार पड़ रहा है, इस बार रवविार 26 अगस्‍त 2018 को पूर्णिमा यान‍ि रक्षा बंधन पड़ रहा है। इसलिए सावन माह में चार ही सोमवार पड़ेंगे। सावन के सोमवार को शिव जी की पूजा करते समय सर्वप्रथम शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं, यदि गंगाजल ना हो तो तांबे के लोटे में ताजा शुद्ध जल भरकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद दूध, दही, शहद, और चावल शिव जी पर चढ़ायें। तत्‍पश्‍चात बेल पत्र, ताजे फल और फूलों को शिवलिंग पर अर्पित करें। अब चंदन, रोली और अक्षत से टीका लगाएं और प्रसाद चढ़ाएं। प्रसाद में मिश्री, मीठे बताशे या मीठा इलायचीदाना चढ़ा सकते हैं। अंत में भगवान शंकर की आरती करें। इस दिन व्रत रखें और शाम को दोबारा पूजा आरती करके दिन में एक ही बार आहार ग्रहण करें। इस महीने के पहले सोमवार से 16 सोमवार व्रत की शुरुआत भी की जाती है, इस महीने में मंगलवार का व्रत भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती के लिए किया जाता है, इसे मंगला गौरी व्रत कहा जाता है |

 

 

सावन का पहला सोमवार 30 जुलाई को पड़ेगा। इस सावन माह में 4 सोमवार पड़ने के कारण विशेष संयोग बन रहा है। बहुत से लोग सावन या श्रावण के महीने में आने वालेपहले सोमवार से ही 16 सोमवार व्रत की शुरुआत करते हैं। विवाहित महिलायें यदि इसी महीने में सोमवार व्रत रखती हैं तो उन्हें भगवान शिव सौभाग्य का वरदान देते हैं। कई लोग इस माह के पहले सोमवार से सोलह सोमवार व्रत की शुरुआत करते हैं। सावन महीने की खास बात यह है कि इस महीने में मंगलवार का व्रत देवी पार्वती के लिए किया जाता है, जिसे मंगला गौरी व्रत के नाम से भी लोग जानते हैं। इस चार सोमवार को भगवान शिव की विशेष आराधना की जायेगी। ऐसी मान्यता है कि सावन में सोमवार को व्रत रखने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धिआती है।

 

 

पंचांग के मुताबिक, इस बार सावन के कृष्ण पक्ष में दूज दो दिन 29 व 30 जुलाई को रहेगी। पिछले साल सावन 10 जुलाई से शुरू होकर 7अगस्त तक 29 दिन का था। शिव भक्तों में सावन या श्रावण महीने का खास महत्व है। इस महीने में भगवान शंकर की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में सोमवार को व्रत रखने और भगवान शंकर की पूजा करने वाले जातक को मनवांछित जीवनसाथी प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है। विवाहित महिलाएं यदि श्रावन महीने का सोमवार व्रत रखती हैं तो उन्हें भगवान शंकर सौभाग्य का वरदान देते हैं।

 

श्रावण मास में सोमवार व्रत तिथियां
27 जुलाई को गुरुपूर्णिमा मनाई जायेगी।
28 जुलाई 2018: श्रावण मास शुरू, पहला दिन
30 जुलाई 2018: सावन का पहला सोमवार व्रत
06 अगस्त 2018: सावन सोमवार व्रत
13 अगस्त 2018: सावन सोमवार व्रत और हरियाली तीज
20 अगस्त 2018: सावन सोमवार व्रत
26 अगस्त 2018: सावन माह का अंतिम दिन

सावन माह में तीन प्रकार के व्रत रखते हैं
1.सावनसोमवारव्रत
2.सोलहसोमवारव्रत
3.प्रदोषव्रत

 

श्रावण महीने में सोमवार को जो व्रत रखा जाता है,उसे सावन का सोमवार व्रत कहते हैं। वहीं सावन के पहले सोमवार से 16 सोमवार तक व्रत रखने को सोलह सोमवार व्रत कहते हैं और प्रदोष व्रत भगवान शिव और मां पार्वती का आशीर्वाद पाने के प्रदोष के दिन किया जाता है।