समाजवाद का सुलहनामा धरासाई

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अब अक्षय यादव की चिट्टी ने मचाई हलचल
अखिलेश के मुख्यमंत्री बनाने का विरोध किया था शिवपाल यादव ने
लखनऊ : आज लखनऊ का सियासी पर अपने उफान पर है ,आज सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने सपा में आपसी रार को पाटने के लिए एक बैठक बुलाई थी उस बैठक में अखिलेश और शिवपाल भी शामिल हुए l पार्टी मुखिया ने दोनों नेताओ को बोलने का मौका भी दिया ,सी एम् अखिलेश ने अपने उद्बोधन में जो कुछ कहा उसमे बहुत कुछ ऐसा भी था जिसने सी एम्  के दिल की पीड़ा को भी दिखया साथ ही पार्टी के मुखिया की तमाम गैर मुनासिब इच्छाओ को मजबूरी में किस तरह मान कर काम चलाया जाता है इसका भी पर्दा फाश हो गया l
समाजवादी पार्टी में आपस की खाई जिस तरह चौड़ी हो गई है उसको पाटना फिलहाल काफी मुश्किल दिख रहा है नेता जी की मौजूदगी में दोनों नेताओ की मंच पर ही झड़प हो गई ,स्थिति
इस कदर बिगड़ चुकी है जिसको संभालना मुलायम के लिए भी आसान नहीं है, अब भी कई ऐसे सवाल है जिन के जवाब ढूढना कठिन है l
 १- क्या अपने दम पर अखिलेश 2017 की नैया पर लगा पाएंगे ?
२ -क्या अखिलेश के बिना शिवपाल  2017 का किला फ़तेह कर पाएंगे ?
३ -क्या सपा परिवार में कोई और है जो अखिलेश की तरह प्रभावी हो ?
अभी मुलायम सिंह यादव ने एक और बैठक बुलाई है जिसमे चाचा और भतीजे के बीच सुलह की कोशिस एक बार फिर की जा रही है अब देखना है की व्यतिगत स्वार्थो से ऊपर उठ कर प्रदेश हितके बारे में सोच समझ कर कोई ठोस निर्णय लिया जाये l