सीतापुर : विधुत कटौती के चलते ग्रामीण इलाकों में लाइट की समस्या

संवाददाता अभिषेक मिश्रा
रीडर टाइम्स न्यूज
सीतापुर में ग्रामीण अंचलों में भीषण गर्मी के चलते जहां आसमान से आफत बरस रही है वहीँ विधुत विभाग भी बिजली की आँख मिचौली खेल रहा है। विधुत कटौती के साथ जहां ग्रामीण इलाकों में लाइट की समस्या आ रही है वहीँ बीएसएनएल के टावर भी लाइट न होने से नेटवर्क ठप हो जा रहा है। नेटवर्क की समस्या होने के चलते क्षेत्रीय उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीँ पुलिस विभाग की इसकी कमी से जूझ रहा है लेकिन पुलिस ने पास अगर किसी अन्य नेटवर्क का सिम न हो तो मुख्यालय बात करने में काफी समस्या आ जाती है।

आपूर्ति बाधित होने से नेटवर्क भी ध्वस्त –
मामला सकरन विकास खंड इलाके का है। यहां सकरन थाने सहित सभी पुलिस चौकियों व डायल 112 के दस्ते सहित सभी सरकारी विभागों के अधिकारियों कर्मचारियों के पास भी आज भी बीएसएनएल कम्पनी का सिम है और इसी के सीयूजी नंबर भी बीएसएनएल के ही है। सकरन क्षेत्र में अधिकांश सहज जन सुविधा केन्द्रों के संचालकों ने भी बीएसएनएल एयरफाईबर कनेक्शन ले रखा है जिसका मासिक बिल 1567 रुपये पड़ता है। संचालकों का कहना है कि पिछले पांच दिन से नेटवर्क ना आने से सहज जन सुविधा केन्द्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और इसके चलते उपभोक्ताओं में काफी रोष व्यापत है।

जनसुविधा केन्द्र संचालको में काफी रोष –
सकरन क्षेत्र में बिजली कटौती का दंश झेलने के साथ ही लोग मोबाइल नेटवर्क बाधित रहने पर परेशान है। वही डिजिटल इंडिया को विभागीय अधिकारी पलीता लगा रहे है क्योंकि अभी भी बीएसएनएल का नेटवर्क बिजली पर निर्भर है। इससे बिजली गुल होते ही नेटवर्क बाधित हो जा रहा है। इससे सरकारी सीयूजी नंबर पर जरूरी होने पर बात नहीं हो पा रही है। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए समस्या का समाधान कराने की मांग की है। वहीं जनसुविधा केन्द्र संचालक और उपभोक्ताओं ने अजय पटेल , दिनेश शुक्ला , रोहित वर्मा (इंण्डेन ग्रामीण गैस एजेंसी) नेकराम निर्मल , सुरेश , रोशन , करने , सर्बेश ने नेटवर्क सही कराने की मांग की है। इस मामले में जब बीएसएनएल के जी.एम. सलिल कुमार का कहना है कि लम्बे समय तक विधुत कटौती होने से यह समस्या आती है क्योंकि लाइट जाने के बाद यूपीएस सुविधा रहती है।