हरदोई में मनाई गई देव ऋषि नारद जयंती

राष्ट्रीय मूल्यों और राष्ट्रचेतना ही हो पत्रकारिता का स्वर

रिपोर्ट : आशीष गुप्ता ,रीडर टाइम्सIMG-20190526-WA0010

हरदोई। मौजूदा पत्रकारिता में राष्ट्र प्रथम हो गया है। जो खुद को राष्ट्रीय विचार से असहमत पाते थे आज वह भी सबसे निकट कहलाना पसंद करते हैं। हमें पत्रकारिता में राष्ट्रचिंतन और समाजहित को प्रमुखता देनी चाहिए। राष्ट्र के हितों को तिरोहित करना किसी भी तरह से पत्रकारिता नहीं है। हम पत्रकारों को पूर्वाग्रह और दुराग्रह के स्थान पर सत्याग्रही होना चाहिए। समय, काल और परिस्थितियों को स्वीकार करना हमारे चिंतन में होना चाहिए। यह बातें उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयुक्त सुभाष चंद्र सिंह ने कहीं।

 

वे हरदोई के श्रीश चंद्र अग्रवाल स्मृति सभागार में रविवार को आयोजित नारद जयंती समारोह में बतौर मुख्य वक्ता जनपद के रूप में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें खबरें समाज से निकालनी पड़ेंगी राजनीति से नहीं। राजनीति और आपराधिक खबरें लिखना ही पत्रकारिता है यह बात पूरी तरह सच नहीं है। समाज में बहुत कुछ सकारात्मक प्रयास हो रहा है, हमें उन खबरों को भी उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मूल्य और राष्ट्राचेतना ही आज की पत्रकारिता का उद्देश्य होना चाहिए।

मुख्य अतिथि दैनिक जागरण आगरा के उपसंपादक समाचार  अजय शुक्ल ने कहा कि आम आदमी की स्थिति को पहचानने का काम नारद का है। अभावग्रस्त और विपन्नता में जीवन गुजारने वालों की ख़बर रखना और उसको राजसत्ता तक पहुंचाने वाला नारद है। हमें यह देखने की जरूरत है कि हम सरकार को विवश करते रहें कि वह जनांकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सजग और सचेत रहे। हमें उस दायित्व को रेखांकित करना है। बदली हुई मौजूदा परिस्थितियों में जुट जाना है। हमें अपनी दृष्टि को व्यापक करने जरूरत है। उन्होंने नर और नारायण के बीच में सूचनाओं और समस्याओं का आदान-प्रदान करने वाली नारद की भूमिका को स्पष्ट किया।

अतिथियों का स्वागत नगर पालिका परिषद के चेयरमैन सुखसागर मिश्र मधुर ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार श्री मदन मोहन पांडेय, धन्यवाद ज्ञापन अखिलेश सिंह और सफल संचालन महेश मिश्र ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से के के  अवस्थी महेश मिश्र, ऋषि कुमार सैनी, कुलदीप शर्मा, गोपाल द्विवेदी ,आशीष त्रिवेदी ,सुर नाथ अवस्थी, खुनखुन वीरेश शुक्ला , हरिवंश तिवारी,  राजीव मिश्र, आनंद गुप्ता, नवल किशोर व नारद जयंती आयोजन समिति का पूरा सहयोग रहा।