15 जुलाई को मिशन चंद्रयान-2 होगा लांच

ISRO

प्रतीकात्मक  चित्र 

भारत अपनी क्षमता हर क्षेत्र में बढ़ा रहा है . इसी के तहत भारत अपनी पकड़ अंतरिक्ष में भी तेज कर रहा है । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र के मिशन चंद्रयान-2 की उल्‍टी गिनती रविवार से शुरू हो जाएगी। करीब 10 साल पहले अक्टूबर 2008 में चंद्रयान-1 लॉन्च हुआ था। इसमें एक ऑर्बिटर और इम्पैक्टर था लेकिन रोवर नहीं था। चंद्रयान-1 चंद्रमा की कक्षा में गया जरूर था लेकिन वह चंद्रमा पर नहीं उतरा था। यह चंद्रमा की कक्षा में 312 दिन रहा। इसने चंद्रमा के कुछ आंकड़े भेजे थे।

बता दें कि चंद्रयान-1 के डेटा में ही चंद्रमा पर बर्फ होने के सबूत पाए गए थे। इसरो प्रमुख डॉ. के सिवन ने शनिवार को बताया कि इस मिशन के 20 घंटे के काउंटडाउन की 14 जुलाई को सुबह 6.51 बजे से शुरू होने की उम्मीद है। यह 15 जुलाई को तड़के 2 बजकर 51 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन सेंटर से लॉन्च होगा। चंद्रयान-2  भारत के सबसे ताकतवर जीएसएलवी मार्क-III रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा, जिसे बाहुबली नाम दिया गया है। चंद्रयान-2 अपनी तरह का पहला मिशन है जो चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र के उस क्षेत्र के बारे में जानकारी जुटाएगा ।

इस मिशन में चंद्रयान-2 के तीन हिस्‍से हैं  पहले भाग लैंडर का नाम विक्रम रखा गया है। इसका वजन 1400 किलो और लंबाई 3.5 मीटर है। इसमें 3 पेलोड (वजन) होंगे। यह चंद्रमा पर उतरकर रोवर स्थापित करेगा। दूसरा भाग ऑर्बिटर होगा जिसका वजन 3500 किलो और लंबाई 2.5 मीटर है। यह अपने साथ 8 पेलोड लेकर जाएगा। यह अपने पेलोड के साथ चंद्रमा का चक्कर लगाएगा। तीसरा भाग रोवर है जिसका वजन 27 किलो होगा। यह सोलर एनर्जी से चलेगा और अपने 6 पहियों की मदद से चांद की सतह पर घूम-घूम कर नमूने जमा करेगा। भारत एक और जीत की तरफ अग्रसर होने जा रहा है। 15 जुलाई 2019 को सुबह 2 : 51 बजे लांच होगा । इसका वजन 3800 किलो है और यह यान चाँद पर 52 दिन बिताएगा ।