अब दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जायेगा मुग़ल सराय

mugal sarai

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के प्रसिद्द व्यस्ततम स्टेशन मुग़ल सराय का की पहचान अब बदल गयी है .इसे अब दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जायेगा .गृह विभाग से अनापत्ति मिलने के बाद राज्यपाल राम नाईक ने सोमवार को नाम बदलने की अनुमति दे दी. जिसके बाद इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई है.रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि नागरिकों की मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश में मुगलसराय जंक्शन का नाम परिवर्तित कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन किया गया. साथ ही, उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि अंत्योदय जैसा महान विचार देने वाले पंडित दीन दयाल जी के नाम से अब यह जंक्शन जाना जाएगा.

मुग़ल सराय स्टेशन को कभी मुगलों के सराय के नाम से जाना जाता था .आरएसएस और हिंदूवादी संघटनों ने लम्बे समय से ही मुग़ल सराय स्टेशन का नाम बदलने की मांग कर राखी थी . उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद से ही स्टेशन का नाम बदलने की कवायद शुरू हो गयी थी .योगी कैबिनेट ने ही मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का फैसला किया था, लेकिन इस फैसले का कड़ा विरोध भी किया गया था.

मुग़ल सराय स्टेशन पर ही वर्ष 1968 में आरएसएस-बीजेपी के विचारक दीनदयाल उपाध्याय का शव मुगलसराय स्टेशन पर संदिग्ध हालत में पाया गया था, जिसके बाद से ही आरएसएस और संघ परिवार से जुड़े अन्य संगठन दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर ही मुगलसराय स्टेशन का नाम चाहते थे.