अभिभावक संघ ने लॉक डाउन अवधि की फीस माफी के लिए मांगा राजनैतिक दलों से सहयोग,

संवाददाता अमित पांडेय

रीडर टाइम्स

हरदोई, अभिभावक संघ हरदोई ने लॉकडाउन अवधि की फीस माफ कराने के लिए राजनीतिक दलों से गुहार लगाई है। इसी सिलसिले में संघ ने भाजपा जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्रा नीरज, सदर विधायक नितिन अग्रवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशीष सिंह, बसपा जिलाध्यक्ष राजपाल गौतम , सपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू को अपना मांगपत्र सौंपा है|अभिभावक संघ के अध्यक्ष गोपाल द्रिवेदी ने बताया कि जिले भर में 20 हजार से ज्यादा अभिभावक परेशान हैं। लॉक डाउन अवधि में काम धंधा बंद होने से आमदनी ठप है। साथ ही स्कूल भी बंद हैं ऐसे में फीस माफ कर उन्हें राहत दी जाए। इससे पहले अभिभावक संघ अपना मांगपत्र जिलाधिकारी हरदोई को जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से सौंप चुका है अभिभावक संघ ने बताया कि राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने इस मुद्दे पर आवाज उठाने का पूर्ण आश्वासन दिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्र ने कहा कि वो अभिभावक संघ की मांग को शिक्षा मंत्री तक पहुंचा कर फीस मांफी की मांग करेंगे। सदर विधायक नितिन अग्रवाल ने पूरा आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे पर वो अभिभावक संघ के साथ हैं और इस मांग को वो उच्च अधिकारियों व शासन व प्रशासन तक पहुंचाएंगे। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशीष सिंह सोमवंशी ने कहा कि वो प्रदेश अध्य्क्ष तथा कांग्रेस अध्य्क्ष से फीस मांफी के मुद्दे पर आवाज उठाएंगे साथ ही जिलाधिकारी हरदोई को भी पत्र लिखर फीस माफी के लिए मांग करेंगे। सपा अध्य्क्ष जितेंद्र वरिम जीतू ने कहा कि वह अपनी पार्टी के प्रवक्ता तथा जिलाध्यक्ष के रूप में अवश्य इस मुद्दे को अग्गे तक ले जाएंगे तथा सदन में भी मुद्दे को उठाएंगे साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ट्वीट करके भी अभिभावक संघ की मांग रखी है । वहीं सांसद जय प्रकाश ने कहा है कि वो मंगलवार को जनपद दौरे पर अभिभावक संघ से मिलकर इस मांग को सरकार से रखेंगे।

अभिभवक संघ ने बार एसोसिएशन हरदोई के अध्य्क्ष अरविंद कुमार सिंह को भी अपना मांग पत्र सौंपा और उनसे भी इस बाबत सहयोग मांगा एसोसिएशन अध्यक्ष ने भी इस मामले पर पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया और कहा कि वह भी इस मुद्दे को उच्च अधिकारियों तथा अपनी एसोसिएशन के माध्यम से उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे| अभिभावक संघ ने छोटे बच्चों की ऑनलाइन शिक्षा का भी विरोध किया है कि छीटे बच्चे 4 से 6 घंटे मोबाइल की स्क्रीन पर आँखे गड़ाकर जिससे कि उनकी आंखों पर असर पड़ने के साथ-साथ वे चिड़चिड़े भी होते चले जा रहे हैं , ऑनलाइन शिक्षा के नाम पर छोटे बच्चों की सेहत से जो खिलवाड़ हो रहा है वह मात्र फीस वसूली के लिए है