अरसे बाद हरदोई में फिर चमकेगी लाल बत्ती

अमित पांडेय
रीडर टाइम्स न्यूज़
👉 सदर विधायक नितिन अग्रवाल ने विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए भरा नामांकन
👉 नितिन का विधानसभा उपाध्यक्ष बनना तय मिलेगा कैबिनेट मंत्री का दर्जा

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए सत्तारूढ़ भाजपा की तरफ से हरदोई से विधायक नितिन अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया गया है । योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और विधानसभा के उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल के त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुआ पद अब भरा जा सकेगा। उधर समाजवादी पार्टी की तरफ से सीतापुर के महमूदाबाद से विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।

भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए हरदोई सदर से विधायक नितिन अग्रवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में नितिन अग्रवाल ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया ।  मुख्यमंत्री ने कहा क्योकि विपक्ष अपना प्रत्याशी नहीं दे पा रहा हैं। इसलिए हम लोगो ने नितिन अग्रवाल को अपना प्रत्याशी बनाया हैं।

इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह विधि एवं कानून मंत्री बृजेश पाठक संसदीय कार्य मंत्री जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के अलावा कई विधायक मौजूद रहे। विधायक नितिन अग्रवाल की पिता नरेश अग्रवाल की अगुवाई में नामांकन संपन्न हुआ। उधर समाजवादी पार्टी के विधायक नरेंद्र वर्मा ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया उनके साथ नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम व पार्टी के कई विधायक गण मौजूद रहे। सोमवार को विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान किया जाएगा। सोमवार को होने वाले इस मतदान को महज औपचारिकता ही माना जा रहा है क्योंकि आंकड़ों के मद्देनजर नितिन अग्रवाल का विधानसभा उपाध्यक्ष बनना तय है।

काफी लंबे समय से सरकार में रहकर अपनी भूमिका तलाश रहे नितिन अग्रवाल और पिता नरेश अग्रवाल को पार्टी की तरफ से मिली इस “जिम्मेदारी” को एक नई पारी की तैयारी से जोड़कर भी देखा जा रहा है। अरसे बाद हरदोई जनपद को लाल बत्ती मिलेगी और नितिन अग्रवाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी मिलेगा। उधर सपा प्रत्याशी नरेंद्र सिंह वर्मा ने कहा कि संसदीय परंपराओं के अनुसार विधानसभा उपाध्यक्ष का पद सबसे बड़े विपक्षी दल का होता है और आज तक इस पद का चुनाव नहीं हुआ है। लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा रोज नई नजीर पेश करती है। मुझे उम्मीद है सदन के सदस्य अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनकर मेरे पक्ष में मतदान करेंगे।