‘उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने सिरोही के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉफ्रेंस कर बैठक ली,

ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज

रीडर टाइम्स

जयपुर : उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिले के प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी ने शनिवार को वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए सिरोही के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। प्रभारी मंत्री ने कोविड-19 महामारी के संबंध में आगामी कार्य योजना, जल आपूर्ति प्रबन्धन, मनरेगा, कृषि उपज समर्थन मूल्य खरीद, विद्युत आदि व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के संकट पर विजय पाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए हम सभी एकजुट होकर कार्य योजना के अनुरूप कार्य करें तो जीत अवश्य ही होगी। उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए प्रशासन का मनोबल बढ़ाते हुए सीमित संसाधनों में भी सराहनीय कार्य करने के लिए जिला प्रशासन की प्रशंसा की।

रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास एवं तैयारियां की जानकारी ली

प्रभारी मंत्री ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले की सीमाओं पर बनाए गए चैक पोस्टों पर आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग की जाए, प्रवासियों की निगरानी करने तथा नियमों का पालन सुनिश्चित हों तथा उन्हें रोजगार के अवसर भी मिले। उन्होंने कहा कि इस महामारी की रोकथाम में लगे हुए समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि इस कार्य को करने में किसी तरह की कोई समस्या आएगी तो निश्चित रूप से उच्च स्तर पर ध्यान आकर्षण कर उसका समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने निजी चिकित्सालय में ओपीडी की जानकारी ली।

निर्बाध जलापूर्ति के निर्देश

उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से हो और अंतिम छोर पर बैठे हुए व्यक्ति को भी पेयजल आपूर्ति बनाए रखे। इसके लिए आवश्यकतानुसार शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति की जाए ताकि आमजन को पेयजल किल्लत का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने पेयजल आपूर्ति के लिए बनाए गए कन्टीजेंसी प्लान के साथ ही हैण्डपम्प मरम्मत में ढिलाई न बरतने की हिदायत दी। टयूबवैल यदि खराब है, तो समयबद्ध रूप से तुरन्त दुरुस्त करने को कहा। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पेयजल आपूर्ति के समय विद्युत सप्लाई का आपस में समन्वय हो ताकि निर्बाध रूप से पेयजल की आपूर्ति की जा सके। उन्होंने विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।

मनरेगा की जानकारी लेकर निर्देश दिए

प्रभारी मंत्री भंवरसिंह भाटी ने मनरेगा में चल रहें कार्यों की जानकारी लेते हुए कहा कि ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए मनरेगा स्थल पर चल रहे कार्यों पर छाया-पानी , चिकित्सा की माकूल व्यवस्था सुनिश्चित करें।  उन्होंने निर्देश दिए कि नये काम भी स्वीकृत किए जाए। साथ ही जिले में मनरेगा में लगाए हुए प्रवासी श्रमिकों के सराहनीय कदम की प्रशंसा की तथा ज्यादा से ज्यादा श्रमिक नियोजन की बात कही। उन्होंने अधिकारियो से समय-समय पर मनरेगा में चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत, कृषि उपज समर्थन मूल्य खरीद, पंचायतीराज संस्थान की ओर से प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास पखवाड़ा की जानकारी लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

जिले के प्रभारी सचिव ने दिए निर्देश

जिले के प्रभारी सचिव सिद्वार्थ महाजन ने ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल आपूर्ति के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जिले के कंटीजेंसी प्लान, आगामी तैयारी व योजनाओं की जानकारी ली। उन्होंने हैण्डपम्प मरम्मत, टयूबवेल, टैंकरों के माध्यम से की जा रही जलापूर्ति, विभाग द्वारा जारी की गई आरसी तथा समय पर निविदा खोलने और यदि जलापूर्ति में कहीं दिक्कत है तो पहले से ही तैयारी कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने टैंकरों के माध्यम से की जा रही जलापूर्ति जीपीएस के माध्यम से सत्यापन करने के निर्देश दिए तथा कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए किए जा रहे समस्त प्रबंधन की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश प्रदान किए।

जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने बताया कि कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किए जा रहे है और काफी हद तक इन प्रयासों के माध्यम से ही कई दिनों तक जिला ग्रीन जोन में रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में आने वाले प्रवासियों की निगरानी के लिए ग्राम निगरानी समिति, गांव रक्षा दल, आगनवाड़ी , नेहरू युवा दल , चिकित्सा कर्मी, पुलिस इत्यादि द्वारा निगरानी रखी जा रही है। होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। लगातार जिले की सीमा पर आ रहे प्रवासियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि पेयजल आपूर्ति के लिए आवश्यकतानुसार ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति की जा रही है और जरूरत पड़ने पर टेंकरों की सप्लाई संख्या को बढ़ा दिया जाएगा। उन्होंने मरम्मत किए जा रहे हैण्डपम्प, ट्यूबवेल तथा जलस्त्रोतों में पेयजल के स्तर की जानकारी भी दी। उन्होंने प्रभारी मंत्री को बताया कि पिछले 10 वर्षों में महात्मा गांधी नरेगा योजना में सर्वाधिक श्रमिक नियोजन में राजस्थान में सिरोही जिला प्रथम स्थान पर है तथा आवश्यकतानुसार और भी नये कार्यों की स्वीकृति जारी की जाएगी, जिसमें प्रवासी श्रमिकों को भी अवसर प्रदान कर रोजगार मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मनरेगा में 70 हजार श्रमिकों का नियोजन किया गया है जो सर्वाधिक संख्या है।

जिला पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने कानून एवं शांति व्यवस्था, कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए पुलिस दलों, सीमा पर प्रवासियों के आगमन तथा धारा 144 की जानकारी दी।