कर्नाटक में किसकी बनेगी सरकार, बीजेपी या कांग्रेस, पढ़े एग्जिट पोल

25_01_2018-25bjpandcongress

कर्नाटक विधान सभा के चुनाव ख़त्म हो चुके है और अब इसके नतीजे 15 मई को आएंगे| हलाकि बहुत सरे चैनल ने अपने अपने एग्जिट पोल दिखाए जिसमे बीजेपी के लिए अच्छी खबर है| सी-वोटर के फाइनल एग्जिट पोल के औसत में बीजेपी को 110, कांग्रेस को 88, जेडीएस को 24 और अन्य को दो सीटें मिलने का अनुमान है| बता दें कि इस बार कर्नाटक में 224 में से 222 सीटों पर ही वोटिंग हुई है| इसलिए बहुमत का आंकड़ा 112 सीटें हो जाता है|

कर्नाटक चुनाव से जुडी कुछ खास बातें-
1. कुल नौ एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी एक बड़ी पार्टी साबित हो सकती है| लेकिन वो भी बहुमत से दूर है क्योकि सभी एग्जिट पोल मिला कर भी बीजेपी को 97 सीट और कांग्रेस को 90 जेडीएस को 31 सीटें मिलने का अनुमान है
2. गठबंधन की राजनीति को मिलेगा बल: 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी अकेले दम पर बहुमत हासिल कर ली थी| हालांकि बाद के उपचुनाव में बीजेपी के हाथ से कई सीटें निकल गईं| इसके बाद कहा जाने लगा था कि क्या भारतीय राजनीति से गठबंधन का दौर दूर हो जाएगा? क्योंकि राज्यों के चुनावों में भ इसके संकेत मिलने लगे थे|
2014 के लोकसभा चुनाव के बाद ज्यादातर राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी अकेले दम पर सत्ता में आई| वहीं बिहार में चुनाव से पहले बने आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस गठबंधन के प्रति जनता ने भरोसा जताया| कर्नाटक में चुनाव से पहले किसी बड़े दलों के बीच कोई गठबंधन नहीं हुआ है| त्रिशंकु विधानसभा के हालात बनने पर कांग्रेस या बीजेपी दोनों को क्षेत्रीय पार्टी जेडीएस से मोल-भाव करने होंगे| इससे एक बार फिर से गठबंधन की राजनीति को बल मिलेगा|

3. बीजेपी से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक में सरकार बनाएगी और उन्होंने अपने शपद ग्रहण समारोह की तारीख भी निर्धारित कर दी है|

4. सिद्धारमैया ने दो सीटों चामुंडेश्वरी और बदामी पर चुनाव लड़ा है| हालांकि दोनों ही जगह बेहद कड़ा मुकाबला है| बीजेपी ने सिद्धारमैया के खिलाफ बी श्रीरामुलु को खड़ा किया, जो कि कर्नाटक के रेड्डी ब्रदर्स के सहयोगी हैं

5. राजनीतिक दल ले सकते हैं बड़े फैसले: कर्नाटक चुनाव का परिणाम आने के बाद राजनीतिक दल बड़े फैसले लेने शुरू कर सकते हैं| अगर कांग्रेस हारती है तो वह नए सिरे से 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारी करेगी| वहीं बीजेपी अगर हारती है तो वह पार्टी स्तर पर एजेंडे में बदलाव कर सकती है| इसके अलावा केंद्र सरकार भी जनहित के कुछ बड़े फैसले ले सकती है|