‘कामगारों की चुनौतियों को अवसर में बदलेंगे :योगी,

संवाददाता अमित पांडेय

रीडर टाइम्स

1- प्रवासी कामगारों के लिए रोजगार की योजना तैयार
2- अनुभव व योग्यता के आधार पर उपलब्ध कराया जाएगा रोजगार

लखनऊ: कोविड-19 की महामारी के चलते प्रवासी श्रमिकों का प्रदेश में आगमन बदस्तूर जारी है और लगभग आठ लाख प्रवासी मजदूर अब तक प्रदेश में पहुंच चुके हैं और अभी कई लाख प्रवासियों के और आने की उम्मीद है l इन मजदूरों की रोजी-रोटी का संकट अब सरकार के सामने हैं l जिसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने अधिकारियों को प्रवासी कामगारों के लिए वृहद स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं l सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों का क्वॉरेंटाइन पीरियड समाप्त होते ही रोजगार देने का वादा किया है l उन्होंने कहा है कि क्वॉरेंटाइन सेंटरों में प्रवासी श्रमिकों का पूरा स्किल डाटा लिया जा रहा है जिसके आधार पर लाखों श्रमिकों को उनके क्षमता और ज्ञान के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में बांट कर उन्हें उनकी दक्षता के अनुसार रोजगार मुहैया कराया जाएगा l उन्होंने कहा कि श्रमिकों को काम देने के लिए हमने कानून में संशोधन किया है जिसका सीधा फायदा श्रमिकों को पहुंचेगा कामगारों को उनकी नौकरी रोजगार के साथ न्यूनतम15000 रुपए वेतन गारंटी के साथ उनकी सुरक्षा व काम के घंटों की गारंटी भी ली जाएगी l इस कानून के तहत एक तरफ उनका जीवन स्तर सुधरेगा वहीं दूसरी तरफ उनका मानसिक व शारीरिक शोषण भी नहीं होगा l मुख्यमंत्री ने लघु व कुटीर उद्योगों में जान फूंकने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि महिला श्रमिकों को अगरबत्ती ,फूल, इत्र, फूड पैकेजिंग आदि कामों के लिए तैयार किया जाएl और ग्रामीण स्तर पर महिलाओं का स्वयं सहायता समूह के गठन पर जोर दिया जाए l स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से कालांतर में महिलाओं ने कीर्तिमान स्थापित किए हैं इसलिए इस क्षेत्र में व्यापक रणनीति बनाकर काम करने की आवश्यकता है l उन्होंने कहा कि हमारी कार्ययोजना क्वॉरेंटाइन पूरा करने वाले श्रमिकों को तुरंत रोजगार उपलब्ध कराने की है और फौरी तौर पर हम मजदूरों को ईट भट्ठों चीनी मिलों और मनरेगा में समायोजित करा रहे हैं l
सीएम ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं जिसमें पैकिंग, ट्रांसपोर्टेशन ,विपणन जैसे तमाम कार्य आते हैं l और इन कामों में मैनपावर की बहुतायत में जरूरत रहती है l इस तरह हम प्रदेश को रेडीमेड कपड़ों का हब बना सकते हैं l गौरतलब है कि प्रदेश में फैशन का बड़ा बाजार मौजूद है और मुख्यमंत्री छोटे-छोटे देशों यहां की अर्थव्यवस्था बेहद मजबूत है और जहां लघु व कुटीर उद्योग ही उन देशों की रीढ़ है कुछ वैसी ही व्यवस्था वह प्रदेश में देखना चाहते हैं l

श्रमिकों की देश-विदेश  से इतनी बड़ी मात्रा में सुरक्षित वापसी कराने वाला पहला प्रदेश का दर्जा उत्तर प्रदेश को मिला है l सभी की सम्मानजनक वापसी के साथ पूरी मदद को प्रदेश सरकार तत्पर हैl जिसके लिए सीएम लगातार अधिकारियों के साथ तूफानी मीटिंग कर निर्देशित कर रहे हैं lश्रमिकों को लेकर विदेश से पहली फ्लाइट आज शाम लखनऊ पहुंचेगी l सरकार सभी श्रमिकों की मेडिकल जांच कराएगी और उसके पश्चात सभी कामगारों को क्वॉरेंटाइन सेंटरों में भेजा जाएगा और क्वॉरेंटाइन पीरियड समाप्त होने के बाद इन सभी प्रवासी कामगारों को होम क्वॉरेंटाइन के लिए घरों को भेज दिया जाएगा l