कुंभ में एक करोड़ श्रद्धालुओं को कैसे संभालेगी सरकार


डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
हरिद्वार कुंभ के दौरान 14 अप्रैल को बैशाखी स्नान में एक करोड़ तक श्रद्धालु जुट सकते हैं। उत्तराखंड पुलिस का यह अनुमान सही निकला तो भीड़ को संभालना मुश्किल पड़ सकता है। दिक्कत यह है कि राज्य को केंद्र और अन्य प्रदेशों से पुलिस बल आसानी से नहीं मिल पा रहा। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सरकार इतनी भारी भीड़ को कैसे संभालेगी ? नई सरकार की घोषणा से श्रद्धालु बढ़ने की संभावना: पूर्ववर्ती सरकार ने हरिद्वार कुंभ को सीमित स्तर पर आयोजित करने का निर्णय लिया था।

इसी क्रम में सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए तमाम तरह की बंदिशें लागू की थीं, जिस कारण पुलिस बैशाखी के स्नान पर अधिकतम 50 से 60 लाख तक लोगों के आने का अनुमान लगा रही थी। इसी लिहाज से मेले में अधिकतम 15 हजार बलों की तैनाती की योजना बनाई गई थी। लेकिन अब नई सरकार ने कुंभ का भव्य आयोजित करने की घोषणा कर दी है। इस कारण कुंभ मेले में भीड़ बढ़ने लगी है। पुलिस मुख्यालय के आकलन के मुताबिक, 11 अप्रैल के सोमवती अमावस्या से लेकर 14 अप्रैल के बैशाखी पर्व तक कुल दो करोड़ तक श्रद्धालु आ सकते हैं। इसमें अकेले बैशाखी पर्व पर ही एक करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान के लिए हरिद्वार आने की संभावना है।

होमगार्ड तैनात करने का विकल्प
डीजीपी के मुताबिक, पहले कुंभ में 15 हजार पुलिसकर्मियों से काम लेने की तैयारी थी, अब कम से कम 20 हजार सुरक्षाकर्मियों की जरूरत है। दिक्कत यह है कि इस समय कई राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते केंद्रीय बलों की पहले ही कमी है। इधर , यूपी में अप्रैल में ही पंचायत चुनाव होने हैं, इसलिए वहां से भी बहुत मदद नहीं मिल पा रही है। कुंभ मेले में अब भीड़ बढ़ रही है। बैशाखी पर वर्ष 2010 के समान ही श्रद्धालुओं की संख्या एक करोड़ के पार जा सकती है। इसके लिए अब अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। 11 से 14 अप्रैल के बीच मैं खुद हरिद्वार में कैम्प करुंगा।