‘केजीएमयू कोविड ;19 परीक्षण में सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस घोषित, टेस्टिंग बड़ी चुनौती,

संवाददाता मार्कण्डेय शुक्ला

रीडर टाइम्स

  • टेस्टिंग किट निर्माणकर्ता परीक्षण के लिए केजीएमयू में करेंगें आवेदन।

  • जल्द ही प्रदेश में रोजाना 10 हज़ार टेस्ट होंगें।

  • प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के मद्देनज़र बड़े स्तर पर टेस्ट और क्वारंटाइन सुविधा चुनौती।

लखनऊ : प्रदेश में कोरोना के मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसकी वजह से सरकार इससे निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।.इसी क्रम में इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने केजीएमयू को कोविड-19 परीक्षण के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस घोषित किया है। केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने बताया कि अब यहां पर वायरल ट्रांसपोर्ट मीडिया, वीटीएम किट्स और आरएनए एक्सट्रेक्शन किट्स एवं आरटीपीसीआर किट्स फॉर कोविड-19 को प्रमाणित किया जा सकेगा। हाल ही में केजीएमयू ने चीन व दक्षिण कोरिया की किट्स को परीक्षण में फेल घोषित कर दिया था। इसके बाद आइसीएमआर ने कोविड-19 के परीक्षण में इस किट पर रोक लगा दी थी। किटों के निर्माणकर्ता अब केजीएमयू से संपर्क कर अपने किट्स का यहां परीक्षण कराएंगे। यदि किट सभी तरह की गुणवत्ता के मानकों को पूरा करेगी तो उसे परीक्षण में पास होने का प्रमाणपत्र दे दिया जाएगा। केजीएमयू उत्तर प्रदेश का पहला संसथान बन गया है जिसे टेस्ट किट्स के परीक्षण करने की अनुमति मिल गयी है । अब जल्द ही कई कंपनियां किट बना कर उसे केजीएमयू में टेस्ट के लिए प्रस्तुत कर सकेंगीं, जिसके बाद वो प्रदेश और पूरे देश में उन किटों को सप्लाई कर सकेंगीं।

उत्तर प्रदेश में मौजूदा टेस्टिंग छमता लगभर 5000 टेस्ट की है. वर्तमान समय में केजीएमयू में सिर्फ आरटीपीसीआर से जांच की जा रही है। प्रो. एमएलबी भट्ट के अनुसार अभी प्रदेश के 20 प्रयोगशालाओं में कुल पांच हजार कोरोना जांच की सुविधा है। शीघ्र ही इसे 10 हजार किया जाएगा। मौजूदा समय में प्रदेश में पूरे देश से प्रवासी मजदूर लाये जा रहे हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर जाँच की जा रही है। जल्द ही मुंबई से 10 ट्रेनें उत्तर प्रदेश आएंगी। इस बात की जानकारी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर दी।देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर बताया कि केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की। उन्होंने तुरंत ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चर्चा की और जल्द ही मुंबई से 10 ट्रेन उत्तर प्रदेश के लिए रवाना करने की बात कही। फडणवीस ने एक अन्य ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि सभी श्रमिक भाइयों से मेरा अनुरोध है कि खुद का पंजीयन कर सरकार के माध्यम से अपना सफर करें, न की पैदल चल कर। आने वाले समय में लाखों मजदूर उत्तर प्रदेश वापस आयेगें, ऐसे में सभी को क्वारंटाइन करने और संदिग्धों की जांच करना एक बहुत बड़ी चुनौती होगी । इसके मद्देनज़र सरकार अपने आप को पहले से तैयार रखना चाहती है ताकि कहीं कोई चूक न हो जाये ।