कॉमेडी से भरपूर है आयुष्मान की ” बधाई हो ”

badhai ho

शांतनु श्रीवास्तव, अक्षत घिल्डियाल और ज्योति कपूर ने कहानी को जितनी शानदार तरीके से लिखा है , उतनी ही शानदार तरीके से अमित रविंद्रनाथ शर्मा ने इस कहानी को पर्दे पर उतारा है . बॉलीवुड में ‘‘ बधाई हो ” जैसी फिल्मे बनने की उम्मीद कम ही दिखती है . फिल्म में आयुष्मान खुराना की एक्टिंग शानदार है . फिल्म सिर्फ किसी एक एक्टर की न होकर सभी कैरेक्टर की रहती है . ‘’ बधाई हो ‘’ ऐसी फिल्म है जिसमें हरेक एक्टर बेमिसाल है. इस तरह की फिल्में बॉलीवुड में कम ही बनती हैं. आयुष्मान खुराना तो देसी लौंडे के किरदार में जमते ही हैं. सान्या मल्होत्रा भी ठीक है. लेकिन गजराज राव कमाल कर जाते हैं. रेलवे के टीटीई के किरदार की जो बारिकियां उन्होंने निभाई हैं, उस तरह का कैरेक्टर लंबे समय बाद स्क्रीन पर देखने को मिला है . बधाई हो फिल्म फुल इंटरटेनमेंट से भरी है . फिल्म में हर सीन चेहरे पर मुस्कान ला देने वाला है .

फिल्म की कहानी कौशिक परिवार की है . एक रात मौसम रंगीन होता है . मिस्टर कौशिक मिसेज कौशिक को बरसात पर कविता सुना रहे होते है . झमाझम बारिश हो रही होती है . बारिश के साथ-साथ बादल भी गरज रहे होते है . ये सारी कंडीशन मिला कर एक ऐसा माहौल तैयार हो जाता है कि मिस्टर कौशिक खुद को रोक नहीं पाते और मिसेज कौशिक के साथ कुछ ऐसा कर बैठते है जिसका रिजल्ट सामने ये आता है कि घर में नया मेहमान आने वाला है . लेकिन समाज के हिसाब से उस उम्र में ये सब शोभा नहीं देता . नए मेहमान की खबर सामने आते ही पूरे परिवार में हड़कंप मच जाता है . इस खबर को सुनकर आयुष्मान खुराना की गर्लफ्रेंड सान्या मल्होत्रा भी चौंक जाती है. इस फिल्म का हर किरदार रोल में जान डाल देता है . यह फिल्म ऐसी है जो हर ऐज के लिए अच्छी है . टोटल मिला कर यह कहा जा सकता है कि मूवी फुल कॉमेडी है .