कोरोना के बाद जानलेवा “चैपर वायरस ” की दस्तक से सहमे वैज्ञानिक

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

पूरी दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर बहुत पूरी तरह से फैला हुआ हैं। अभी तक पूरा विश्व कोरोना वायरस को झेल रहा हैं। तो अब सुनने में आया की कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद अब “चैपर वायरस” की आहट सबको चौका रही हैं। और साथ ही इस वायरस की दस्तक से वैज्ञानिको की चिंता बढ़ गयी हैं। कोरोना वायरस की तरह ही यह वायरस भी मानव से मानव में हस्तांतरित होता हैं। चैपर वायरस से इंटरनल ब्लॉडिंग की समस्या होती हैं। डॉक्टरों की जानकारी के अनुसार , चैपर वायरस एक जानलेवा बुखार हैं। यह बुखार की एक ऐसी स्थिति हैं जो रक्त का थक्का बनने में बाधा उतपन्न करता हैं। इससे नसों में बहने वाला रक्त काफी पतला हो जाता हैं। यह रक्त कोशिकाओं की भी क्षति करता हैं। इसके परिणामस्वरूप इंटरनल ब्लीडिंग की समस्या भी उत्पन्न हो जाती हैं। चैपर वायरस के तहत कई बीमारियों को वर्गीकृत किया जा सकता हैं। भारत में मौसम बदलने के कारण इस वायरस के प्रजनन और प्रसार के लिए एकदम उपयुक्त वातावरण हैं। साथ ही भारत में भी इस वायरस का प्रचार तेजी से हो सकता हैं। और यह संक्रमित जानवरो व मानव से मानव के जरिये फैलता हैं। और सुनने में तो ये भी आ रहा हैं  की , लाइलाज हैं | हेमरेजिक फ़ीवर जो की व्यक्ति के शरीर को बहुत ही कमजोर बना देना हैं।