ग्रेटर नोएडा के बाद अब गाजियाबाद में गिरी 5 मंजिला इमारत, एक मजदूर की मौत, कई घायल

22_07_2018-22building_18226165_15390190

बीते 10 जुलाई से ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में दो बिल्डिंग गिरने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि गाजियाबाद के मसूरी में रविवार को निर्माणाधीन 5 मंजिला इमारत ढह गई। मौके पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें पहुंच गई हैं और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। मलबे में दबे 8 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। और अभी भी 30 से ज्यादा लोगों के फंसने की बात कही जा रही है।

22building_jpg2

स्थानीय लोगों का कहना कि बिल्डिंग बनाने में खराब सामान का प्रयोग किया जा रहा था। ऊपर से बारिश होने के कारण स्थिति और खराब हो गई थी। बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग का निमार्ण मनोज गोयल नाम का बिल्डर बनवा रहा था। गाजियाबाद डीएम रितु महेश्वरी ने कहा कि इमारत की गुणवत्ता सबसे बड़ी समस्या है। एक मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक हादसे में घायल महिला गुलाबरानी (47), शिवा (8) व देवेन्द्र (5) साल की हालत गंभीर बनी हुई है। तीनों को जिला संयुक्त अस्पताल से जीटीबी दिल्ली रेफर कर दिया गया है। हादसे 35 वर्षीय एक मजदूर की मौत भी हो गई जिसका नाम अभी नहीं पता चल सका है। वहीं एक और घायल रईश को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

तय मनको के अनुसार नहीं कराया गया काम

दिल्ली-एनसीआर में बनी सैकड़ों इमारतों की ऐसी ही कमजोर स्थिति है। बिल्डर परियोनाओं में खरीदारों को कब्जे के साथ ही फ्लैट के प्लास्टर व दीवार गिरने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन घटनाओं से बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले दशहत में आ चुके हैं। बिल्डरों ने अधिक से अधिक फायदा कमाने के लिए मानकों को दरकिनार कर घटिया निर्माण सामग्री लगाई है।

सही तरह से नहीं किया गया निरिक्षण

अवैध निर्माणों की जानकारी नगर निगम के उच्चाधिकारियों को भी है, लेकिन अवैध निर्माण करवाने वालों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। खतरा सिर्फ इन अवैध निर्माणों में रहने वालों को ही नहीं है, बल्कि आसपास की रिहायशी इमारतों को भी नुकसान पहुंच सकता है।