जनपद बलरामपुर व उतरौला विधानसभा से श्राद्ध व पिंडदान के लिए शुरू हुई गया धाम यात्रा

संवाददाता पवन गुप्ता
रीडर टाइम्स न्यूज़
जनपद बलरामपुर में उतरौला विधानसभा से काफी संख्या में लोग पिंडदान के लिए रवाना हुए अयोध्या भाद्रपद मास की पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की अमावस्या तक पूरा पखवाड़ा. श्राद्ध व पिंडदान के लिए शुरू हुई गया धाम यात्रा अयोध्या भाद्रपद मास की पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की अमावस्या तक पूरा पखवाड़ा श्राद्ध कर्म करने का विधान है। इसलिए इस पखवाड़े को पितृ पक्ष कहा गया है। शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक तिथि के स्वामी अलग-अलग देवता है। इसी कड़ी में अमावस्या तिथि के स्वामी पितृ ही है। उन्हें भी देव स्वरुप माना गया उनकी प्रसन्नता से सम्बन्धित परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इसी के चलते उत्तर से लेकर दक्षिण भारत के भी श्रद्धालु गण पितरों का पिंडदान करने गया धाम बिहार जाते हैं। यह यात्री गया धाम की यात्रा से पहले अथवा बाद में अयोध्या भी अवश्य आकर दर्शन-पूजन करते हैं।

अयोध्या में शुरू हो चुकी है। मोक्षदायिनी अयोध्या में भी पिंडदान से पितरों को मिलती है। मुक्ति:तीर्थ पुरोहितों का कहना है। कि देश के विभिन्न तीर्थो में पिंडदान का विधान है। जिसमें उत्तर प्रदेश के काशी व प्रयागराज के अलावा अयोध्या भी शामिल है। इसके अलावा उत्तराखंड के हरिद्वार एवं बद्रीनाथ व बिहार में गया धाम प्रमुख है। दक्षिण भारत के अधिकांश श्रद्धालु काशी व प्रयागराज ही आते हैं। और फिर समय रहा तो अयोध्या आते हैं। जबकि उत्तर भारत के श्रद्धालु अयोध्या के साथ गया धाम को प्रमुखता देते हैं। इस कड़ी में गया धाम के पहले अथवा बाद में अयोध्या आगमन होता है। अयोध्या आने वाले यात्री मोक्ष दायिनी सरयू के तट पर पिंडदान व श्राद्ध करते हैं पुन:भरतकुंड में पिंडदान व श्राद्ध करते हैं।

जिसमें अयोध्या ,भारतकुंड , बनारस ,गया धाम यात्रा आदि जगह जाने में राम किशन गुप्ता,कौशल गुप्ता का स्वागत करते रामेश्वर प्रसाद गुप्ता , उतरौला नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन अनूप चंद्र गुप्ता , शिव प्रसाद गुप्ता , विनोद गुप्ता ,रवीन्द्र गुप्ता कमलापुरी गौ सेवक युवा समाजसेवी बलरामपुर पंडित जटाशंकर पुजारी , डॉ अशोक गुप्ता , विजय शंकर गुप्ता हरिशंकर गुप्ता , मतलूम चाचा रविंद्र कसौधन ,संदीप गुप्ता रामलाल ,महीप गुप्ता , दिनेश गुप्ता , अखिलेश गुप्ता आदि कई हजारों की संख्या में लोगों ने खूब स्वागत किया।