तन्वी सेठ का झूठ आया सामने, जल्दी जप्त हो सकता है पासपोर्ट

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तन्वी सेठ का पासपोर्ट ज़ब्त हो सकता है. लखनऊ पुलिस की रिपोर्ट तन्वी के खिलाफ चली गई है, इस बार मामला उनके दो नाम या धर्म परिवर्तन को लेकर नहीं है, आरोप है कि तन्वी ने पासपोर्ट बनवाने के लिए ग़लत जानकारी दी थी |

 

सुषमा स्वराज को लेकर कई तरह के ट्वीट किए जा रहे हैं, कुछ में भद्दी भाषा का प्रयोग किया जा रहा है तो कुछ ऐसे हैं जिनपर बात करना भी उचित नहीं होगा, लेकिन इस बीच सुषमा ने बड़ी ही दिलेरी से इन ट्रोलर्स का सामना किया और खुद ही इनका स्वागत कर दिया |

 

सुषमा ने रविवार रात ट्विटर पर लिखा कि ‘मैं 17 से 23 जून 2018 के बीच भारत से बाहर थी. मैं नहीं जानती कि मेरी अनुपस्थिति में क्या हुआ, हालांकि, मुझे कुछ ट्वीट से सम्मानित किया गया, मैं इसे आपके साथ साझा कर रही हूं. इसलिये मैंने उन्हें पसंद किया है |

 

पासपोर्ट बनवाने के लिए पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी होता है, तन्वी सेठ के केस में लखनऊ के कैसरबाग पुलिस थाने ने रिपोर्ट बनाई है, इसमें लखनऊ में रहने का उनका दावा झूठा निकला है, पड़ोसियों ने बताया कि वे अपने पति के साथ नोएडा में ही रहती हैं, उनकी बेटी भी उनके साथ ही पढ़ती है, जब पुलिस ने तन्वी सेठ के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि तन्वी 14 जून से पहले नोएडा में रह रहीं थीं | पासपोर्ट बनवाने के लिए वे यहां लखनऊ आईं थी, 19 जून को उन्होंने आवेदन किया था |

 

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तन्वी सेठ के दावे के मुताबिक 20 तारीख को पासपोर्ट ऑफिस में सीनियर सुपरिटेंडेंट विकास मिश्र से उनकी कहासुनी हुई, मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद अगले ही दिन उन्हें हाथों हाथ पासपोर्ट मिल गया, तन्वी सेठ के कॉल डिटेल से पता चला कि वे लगातार नोएडा में रहीं हैं, उन्होंने जब भी फोन किया, मोबाइल टावर नोएडा और दिल्ली के ही मिले. 14 जून से मोबाइल टावर के लोकेशन लखनऊ के बताए जाते हैं |

 

पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट के बाद पासपोर्ट विभाग पशोपेश में है, अब तन्वी का पासपोर्ट जब्त करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है, रीजनल पासपोर्ट ऑफिस चाहे तो तन्वी पर कार्रवाई भी हो सकता है, उनके खिलाफ झूठी जानकारी देने का मुकदमा हो सकता है |

 

गौरतलब है कि पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर आवेदक तन्वी सेठ ने बदसलूकी का आरोप लगाया था, तन्वी सेठ के मुताबिक, जब वह अपना आवेदन लेकर विकास मिश्रा के पास गईं तो उन्होंने मुस्लिम से शादी करने को लेकर निजी कमेंट किए, तन्वी सेठ का आरोप है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो विकास मिश्रा ने उनके साथ बदसलूकी भी की |

 

तन्वी सेठ ने इस पूरे मामले की शिकायत ट्विटर के जरिये विदेश मंत्रालय से की थी,घटना की जानकारी मिलते ही विदेश मंत्रालय ने तुरंत कार्रवाई कर लखनऊ कार्यालय से रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद विकास मिश्रा का तबादला गोरखपुर करने के साथ आनन-फानन में तन्वी सेठ और अनस सिद्दीकी का पासपोर्ट जारी कर दिया गया था|

इधर, विकास मिश्रा ने गुरुवार को ही मीडिया के सामने तन्वी सेठ द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया था, उन्होंने कहा था कि तन्वी सेठ गलत तरीके से अपने पति का नाम पासपोर्ट में शामिल कराना चाहती थीं, जिस निकाहनामे को आधार बनाकर वह यह दावा कर रहीं थीं, उसमें उनका नाम ‘सादिया अनस’ लिखा हुआ था. इसकी जानकारी उन्होंने आवेदन में नहीं दी थी, इसे लेकर ही उन्होंने आपत्ति जाहिर की थी |

 

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लखनऊ के इस पासपोर्ट विवाद के मीडिया में आने के बाद दबाव में अनस-तन्वी का पासपोर्ट जारी कर दिया गया और पासपोर्ट देने से मना करने वाले अधिकारी का ट्रांसफर भी कर दिया गया, लेकिन लोगों के एक तबके को यह बात पसंद नहीं आई, इसे लेकर सोशल मीडिया पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को जमकर ट्रोल किया गया और उनके फेसबुक पेज की रैंकिंग गिराने की मुहिम भी चली |

 

सुषमा स्वराज को लेकर की गई कई टिप्पणियों में भद्दी भाषा का भी प्रयोग किया गया, हालांकि सुषमा ने बड़ी ही दिलेरी से इन ट्रोलर्स का सामना किया और खुद ही इनका स्वागत किया और अपने जवाब से ट्रोल करने वालों की बोलती बंद कर दी |