दो हजार बच्चों का निजी स्कूलों में होगा मुफ्त प्रवेश

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत गरीब बच्चों को कांवेंट स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया तेज कर दी है। तीन चरणों में आवेदन मांगें गए हैं। पहले चरण की शुरुआत दो मार्च से हुई है जो 25 मार्च तक चलेगा। नए शिक्षण सत्र में दो हजार बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देने का लक्ष्य है।

आरटीई के तहत गरीब छात्रों के लिए कान्वेंट स्कूलों में 25 फीसद सीटें आरक्षित की जाती हैं। इन सीटों पर शर्तों के अनुसार छात्रों को नर्सरी से कक्षा एक तक प्रवेश दिलाया जाता है। पढ़ाई का छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता। अब से पहले आफलाइन प्रक्रिया के तहत ही छात्रों को विद्यालय आवंटित होते थे। जिनमें काफी अनियमितता मिलती थी। शासन ने अब लाटरी सिस्टम से छात्रों को विद्यालय आवंटित कराए जा रहे हैं। हालांकि अभी भी इसमें कुछ लोग गलत दस्तावेजों के जरिए अपने बच्चों को प्रवेश दिला रहे हैं। ऐसी शिकायतें विद्यालय समय-समय पर दर्ज कराते रहते हैं। अब गरीब छात्रों के लिए दो मार्च से आरटीई के तहत प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

पहले चरण में आवेदन करने की तिथि दो से 25 मार्च रखी गई है। इसके बाद 26 से 28 मार्च तक आवेदनों का सत्यापन होगा। फिर 30 मार्च को लाटरी निकाली जाएगी। पांच अप्रैल से प्रवेश कराए जाएंगे। दो से 23 अप्रैल तक दूसरे चरण में आवेदन होंगे। इसका 25 से 28 अप्रैल तक सत्यापन होगा और 28 अप्रैल को लाटरी तथा पांच मई को चयनित छात्रों को प्रवेश मिलेगा। तीसरी चरण के आवेदन दो से मई से दस जून तक होंगे। सत्यापन 11 से 13 जून तक होगा , 15 जून को लाटरी निकाली जाएगी , 30 जून को इस चरण में चयनित छात्रों कांवेंट स्कूल में प्रवेश दिलाया जाएगा।

– आरटीई के तहत गतवर्ष वैश्विक महामारी कोरोना के कारण सिर्फ 700 ही बच्चों का प्रवेश हो पाया था। इस वर्ष दो हजार बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश का लक्ष्य है। आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए विज्ञप्ति जारी की गई है। चयनित बच्चों का कांवेंट स्कूलों में प्रवेश कराया जाएगा। यदि कोई स्कूल बच्चों का प्रवेश देने में आना-कानी करेगा तो ऐसे विद्यालयों को चिह्नित कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।