नहीं होता हैं पसंद ‘महिलाओं को , पॉर्न मूवी देखना’, जानिए मिथकों की सच्चाइयां


डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
हमारी भारतीय संस्कृति और समाज में सेक्स के बारे में खुलेआम बात करना वर्जित है। यहां सेक्स हमेशा चर्चा का और विवाद का विषय रहा है। हमारे समाज में सेक्स से जुड़ी कई धारणाएं प्रचलित हैं। चूंकि आज के ज़माने में सेक्स एक फैशन बन चुका है। यही नहीं, बल्कि आज के युवाओं के लिए सेक्स एक आम बात हो गई है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि सेक्स से जुड़े कुछ प्रचलित मिथकों की सच्चाई बताई जाए कि किस बात में कितनी सच्चाई है, जिससे कि लोगों का भ्रम दूर हो सकें।

पहली बार सेक्स में सफलता न मिलने का अर्थ आपमें कोई कमी है …
यह एक ग़लत सोच है। अगर पहली बार आप सेक्स में असफल हो जाते हैं, तो इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है कि आप में कोई कमी है। जिस तरह हर चीज़ की प्रैक्टिस ज़रूरी होती है, उसी तरह बेहतर सेक्स का आनंद भी कई बार प्रैक्टिस करने के बाद मिलता है। इसलिए संभव है कि शुरुआती दौर में ज्ञान और प्रैक्टिस के अभाव में आप सेक्स को भरपूर तरीके से एन्जॉय न कर पाएं, जो मजा आपको बाद में कई बार प्रैक्टिस के बाद मिल पाएं।


सेक्स पुरुष प्रधान क्रिया है …
इस बात में तनिक भी सच्चाई नहीं है कि सेक्स पुरुष प्रधान क्रिया है। सेक्स स्त्री और पुरुष दोनों की शारीरिक जरूरत है। और यह एक प्राकृतिक क्रिया है। सेक्स की इच्छा और ज़रूरत स्त्री-पुरुष दोनों को बराबर होती है। यह अलग बात है कि पुरुष अपनी इच्छा ज़ाहिर कर देते हैं, मगर महिलाएं कभी संकोचवश, तो कभी शर्म के कारण सेक्स की पहल करने से कतराती है। लेकिन सेक्स में उनकी रुचि नहीं होती, ऐसा कहना गलत है।

अच्छे फिगर वाली महिलाएं होती हैं बेहतरीन सेक्स पार्टनर…
यह बात सौ प्रतिशत झूठ है। अधिकांश पुरुष मानते हैं कि अच्छे फिगर वाली महिलाएं बेहतरीन सेक्स पार्टनर साबित होती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। इस विषय पर किए गए शोध के अनुसार कई पुरुषों ने इस बात को माना है कि सेक्स के दौरान उनका ध्यान पार्टनर के फिगर पर नहीं, बल्कि सेक्स क्रिया पर होता है। अच्छे फिगर की महिला हो या भरे बदन वाली महिला, पुरुषों को जो सुख बिस्तर में चाहिए होता है, वह सभी प्रकार की महिलाएं आराम से देने में सक्षम होती हैं।

अगर सेक्स के दौरान महिला पार्टनर आवाज़ें नहीं निकालती, तो मिथक कि वह सेक्स को एन्जॉय नहीं कर रही …
यह धारणा भी बिलकुल गलत है। सेक्स के दौरान, ख़ासकर ऑर्गेज़्म पाने के समय कुछ महिलाएं कराहने की आनंददायक आवाज़ें निकालती हैं, मगर यह ज़रूरी नहीं कि सारी महिलाएं ऐसा ही करें। सेक्स एक्सपर्ट के अनुसार, सेक्स के दौरान हर एक महिला या पुरुष अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करे, यह ज़रूरी नहीं होता। कई महिलाएं खामोश रहकर ही सेक्स क्रिया का भरपूर आनंद लेती हैं। प्रत्येक महिला अपने अपने तरीके से सेक्स को एन्जॉय करती हैं।

शराब पीने के बाद सेक्स करने से सेक्स में आता है ज्यादा मज़ा…
ड्रिंक करने या शराब पीने के बाद सेक्स करने से सेक्स का दोगुना मज़ा आता है, ऐसी धारणा रखना बिलकुल ग़लत है। क्योंकि शराब से सेक्स का कोई संबंध नहीं होता, बल्कि कई बार शराब पीने के बाद सेक्स करने से आपको सेक्स का कोई अनुभव नहीं हो पाता। जिसके कारण शराब पीकर सेक्स करने से सेक्स का सारा मज़ा किरकिरा हो जाता है। यह जरूर है कि कुछ अध्ययनों के अनुसार रेड वाइन लेने से आपकी कामेच्छा बढ़ सकती है।


महिलाओं को पसंद नहीं होता पॉर्न मूवी देखना…
इस बात में ज़रा भी सच्चाई नहीं है। ब्लू फिल्मों और पॉर्न मूवी के नाम पर हमेशा से पुरुषों को बदनाम किया जाता रहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि महिलाएं पॉर्न मूवी या ब्लू फिल्में देखना पसंद नहीं करतीं। यह बात साबित हो चुकी है कि पुरुषों की तरह महिलाएं भी पॉर्न मूवी देखने में रुचि रखती हैं। यह बात जरूर है कि पुरुषों की तरह महिलाएं इस बात को स्वीकार करना पसंद नहीं करतीं, इसलिए लोग इस भ्रम में रहते हैं कि महिलाओं को पॉर्न मूवी देखना पसंद नहीं होता।

सेक्स फूड खाने के तुरंत बाद बन जाता है सेक्स का मूड…
पुरुषों में ख़ासकर ये ग़लत धारणा होती है कि सेक्स फूड खाने के तुरंत बाद सेक्स का मूड बन जाता है, इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। यह जरूर है कि नियमित रूप से प्रतिदिन सेक्स फूड, जैसे- फैटी मछली, स्ट्रॉबेरी, तरबूज, अखरोट, जामुन, रेड वाइन (मॉडरेशन में), सोया, हरी सब्जियां, ओट्स, डार्क चॉकलेट, अनार, गाजर, किशमिश, लहसुन आदि का सेवन करने से आपकी सेक्सुअल लाइफ हेल्दी बनती है। एक हेल्दी लाइफ जीना है तो आप में स्टैमिना का होना भी जरूरी है। अच्छा भोजन आपको स्वस्थ रखने के साथ साथ आपके हृदय स्वास्थ्य में सुधार आपके स्टैमिना को बढ़ाने में मदद करता है, क्योंकि ब्लड सर्कुलेशन सेक्स क्रिया के दौरान एक बड़ी भूमिका निभाता है।