पुलिस व प्रशासन मीडिया को लॉक डाउन में समुचित जानकारी भी नहीं देता:दिनेश प्रसाद

रिपोर्ट :-संवाददाता(श्यामजी गुप्ता)
शाहाबाद, हरदोई :- पुलिस व प्रशासन कोविड 19 के संकटकालीन समय में मीडिया को समुचित जानकारी न देकर मनमाना रवैया अपनाये हुए है।

यह बात ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उ. प्र. के संरक्षक दिनेश प्रसाद मिश्र ने कही। उन्होंने बताया कि कोतवाली शाहाबाद पुलिस ने बाकायदा पुलिस मीडिया ग्रुप बना रखा है।परन्तु वह समूह भी निष्प्रयोज्य है।पुलिस उस ग्रुप पर शांति समिति की बैठकों आदि की सूचना तक उपलब्ध नहीं कराती।इसके अलावा रोजाना होने वाले अपराध, घटना एवं लिखी जाने वाली रिपोर्ट का विवरण तक प्रदान नहीं करती है। गुड वर्क का तो पुलिस द्वारा बखान किया जाता है लेकिन क्षेत्र में होने वाले अपराधों पर चुप्पी साध ली जाती है।जबकि तहसील मुख्यालय पर कोतवाल महेश चंद्र पांडेय एवं पुलिस उपाधीक्षक उमा शंकर सिंह निवास करते हैं।थाने से लेकर क्षेत्राधिकारी के कार्यालय तक फरियादी भटकते देखे जा सकते हैं।कमोवेश यही हाल स्थानीय प्रशासन का है। उपजिलाधिकारी कार्यालय से दिन भर में कोई सूचना मीडिया को जारी नहीं की जाती।जिसकी वजह से कही बार स्थानीय एवं जिला प्रशासन की सूचनाओं में अन्तर उत्पन्न हो जाता है।जिले में सर्वाधिक कोटेदारों की शिकायतें तहसील शाहाबाद से हैं।जिसके लिए पूर्ति निरीक्षक को लगातार चेतावनी भी दी जा रही है परन्तु स्थानीय प्रशासन सुप्तावस्था में है।राज्य सरकार का स्पष्ट आदेश निर्देश है कि जरूरत मंदों को राशन उपलब्ध कराया जाए।चाहे राशन कार्ड हो अथवा न हो।आवश्यक वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने व ले जाने के लिए उपजिलाधिकारी एवं मंडी सचिव को अधिकृत किया गया है।परंतु किराना व्यापारी,दूध व्यापारी,सब्जी विक्रेताओं,एवं दवा व्यवसायियों को प्रायः क्षेत्र की सीमाओं पर लगे बैरियर पर पुलिस से खासी मशक्कत करनी पड़ती है।यही कारण है कि गत दिनों अधिकृत पास होने के बाबजूद बैरियर पर एक वाहन का अवैधरूप से चालान करने पर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने एक दरोगा सहित चार पुलिकर्मियों को निलंबित कर दिया।इससे पूर्व भी पुलिस की कार्यशैली से नाराज़ कप्तान ने चार कोतवाल के मुंह लगे कॉन्स्टेबल्स को लाइन हाजिर कर दिया था।इस पूरे लॉक डाउन के दौरान ठेली वालों,सब्जी वालों को पुलिस प्रशासन द्वारा खूब परेशान किया गया।और अंततः सब्जी विक्रेताओं को पुरानी सब्जी मंडी से नवीन मंडी के लिए बलपूर्वक स्थानांतरित कर दिया गया।कमजोर वर्ग के लोगों का कोई ध्यान नहीं रखा गया।ऐसे तमाम प्रकरण रोजाना होते हैं।जिन पर समय से ध्यान देना जरूरी होता है।प्रेस और प्रशासन का अभिन्न संबंध है।संबंधों में सद्भाव न होने से जनहित प्रभावित होता है।जिसकी वजह से विविध अन्य सेवाएं भी बाधित हैं।