प्यार का इजहार, करना होता जा रहा है ‘मुखर’ …ये हैं कुछ कारण ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
मुहब्बत एक ऐसी शै है, जिसमें पड़ने के बाद प्यार के दीवाने इसकी रौ में इस तरह बहने लगते हैं कि उन्हें जमाने भर का डर कम लगने लगता है। बदलती हवा की नज़ाकत कहें या मौजूदा वक्त का दस्तूर, अब चाहे हीर-रांझा और लैला-मजनूं जैसी मुहब्बत की दास्तानें भले ही नहीं लिखी जाती हों, इसी का नतीजा है कि वे गाहे-बगाहे प्यार के छुपे खेल में ना पड़कर खुलकर अपने प्यार का इजहार करने लगे हैं।

👉 पश्चिम की हवा है निराली
पश्चिमी देशों के लोगों को हमारे देश की हवा में रची-बसी संस्कृतियां उन्हें अपनी ओर खींचती है।जबकि इसके विपरीत भारत के ही कुछ नागरिकों को अपनी परंपराएं रूढ़िवादिता की खोखली मिसाल लगती है और पश्चिम के आजाद माहौल की खुलेपन की हवा उन्हें इतनी ज्यादा लुभाने लगी है कि हम रिश्तों को लेकर कुछ ज्यादा ही व्यावहारिक हो गए हैं। फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप जैसी सुविधाएं तो हमें मिल गई, लेकिन इसने मुहब्बत करने वालों को एक बड़ा माध्यम दे दिया।

👉 प्यार के रिश्तों में सोशल साइट्स की भूमिका
कहते हैं प्यार दो लोगों के जीवन के हर तार को एक-दूसरे से जोड़ देता है। ऐसे में इस नाजुक तंतु को बनाए रखने में ये सोशल साइट्स कितने कारगर हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सोशल साइट्स पर जुड़ने वाले रिश्ते की उम्र बहुत कम होती है। मनोवैज्ञानिकों की मानें, तो आज की युवा पीढ़ी समय से पहले सब कुछ पा लेने की चाह में हर जगह परफेक्शन की तलाश करती है।

“इसके अलावा अपने पार्टनर के प्रति अपनी भावनाएं, पर्सनल फोटोज को सोशल साइट्स के माध्यम से दूसरों के साथ शेयर करने से वे जरा भी नहीं हिचकिचाते। ये सब उनके प्रेम संबंधों को लेकर खुलापन ही तो है, जब वे अपनी प्राइवेट बातों को सार्वजनिक करने को गलत नहीं मानते।”

👉 क्यों जरूरत पड़ती है इन सोशल साइट्स की
आज की जेनरेशन बोल्ड है, खुलकर अपनी पसंद- नापसंद पर मुहर लगाती है। आखिर क्यों जरूरत पड़ती है अपने रिश्तों को सोशल साइट्स द्वारा सार्वजनिक करने की? सच्चाई तो यह है कि आज की युवा पीढ़ी हर बात के लिए सजग रहती है। सोशल साइट्स ने कहीं-न-कहीं उन्हें इतनी आजादी तो दे दी है कि वह खुले रूप से आपसी समझ के व्यक्ति से प्रेम संबंध बनाएं। शायद यह सोशल साइट्स का सकारात्मक पक्ष भी है कि दो लोग एक-दूसरे के मित्र, कमेंट्स, स्टेटस आदि को जान कर और पढ़कर एक-दूसरे के प्रति यह समझ सकें कि वह उनके लिए उपयुक्त होगा अथवा नहीं। बात ये भी महत्वपूर्ण है कि आज के युवाओं की लाइफ स्टाइल बहुत बिजी है।

👉 कितना कारगर है ये पब्लिक रोमांस
प्रेम एक अत्यंत व्यक्तिगत मामला है। ऐसे में पल-पल की प्रेम अभिव्यक्ति के लिए सोशल साइट्स को जरिया न बनाएं, तो बेहतर होगा। प्रेम की इस तरह की अभिव्यक्ति सही नहीं है। आपसी प्रेम, मतभेद आदि को सार्वजनिक करना रिश्ते को कमजोर बनाता है और इस बात को आज की युवा पीढ़ी को समझना होगा।