फिर आया मौत का एक नया खेल मोमो चैलेंज

39297017_1876707742625435_226583924573208576_n-1

ब्‍लू व्‍हेल के बाद अब Momo Challenge ने लोगो की नींद उदा दी है .ये गेम अब भारत में भी आ गया है .ब्लू व्हेल गेम ने बहुतो की जान ली .उन घटनाओं  को मद्देनजर रखते हुए पश्चिम बंगाल सीआईडी ने आज सार्वजनिक नोटिस जारी करके लोगों को सलाह दी कि अगर उन्हें मोमो चैलेंज गेम खेलने का निमंत्रण मिलता है तो वह पुलिस से संपर्क करें. अज्ञात लोगों की तरफ से घातक खेल खेलने के निमंत्रण मिलने की बढ़ती रिपोर्टों के मद्देनजर ट्विटर पर सीआईडी का नोटिस आया है. इस गेम को बेहद खतरनाक बताते हुए सीआईडी ने बच्चों के माता-पिता को सलाह दी है कि वे अपने बच्चों को ऑनलाइन खेल खेलने से रोकें . नोटिस में कहा गया है, ‘कृपया अपने बच्चों को यह खेल नहीं खेलने के लिए जागरूक करें. इस खेल के बारे में किसी जानकारी/गतिविधि को स्थानीय पुलिस या पश्चिम बंगाल की सीआईडी से साझा करें .’

मोमो चैलेंज ने अब तक राज्य में दो लोगों की जान ले ली है. इस बीच, पूर्वी बर्दवान जिले के कारोबारी पार्थ बिस्वास ने आज पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें मोमो गेम खेलने का निमंत्रण मिला है . कारोबारी ने नंबर को ब्लॉक कर दिया है और मामले की सूचना जिला पुलिस की साइबर सेल को दी है. वाट्सऐप पर एक नंबर काफी वायरल हो रहा है. जिसको मोमो वाट्सऐप बताया जा रहा है. सोशल मीडिया पर एक वाट्सऐप कॉन्टेक्ट शेयर किया किया जा रहा है, जिसका एरिया कोड जापान का है . इस कॉन्‍टेक्‍ट नंबर को सेव करने पर एक बड़ी आंखों वाली लड़की की फोटो भी आती है. फोटो काफी डरावनी है. दावा किया जा रहा है कि जो भी इस प्रोफाइल के नंबर से बात करता है वो सुसाइड की तरफ बढ़ने लगता है.

momo game

मोमो चैलेंज से भारत में पहली मौत की खबर राजस्थान के अजमेर से सामने आई है. जहां मोमो गेम के चक्कर में दसवीं क्लास की एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली.  छात्रा के मोबाइल की ब्राउज़र हिस्ट्री, मोमो चैलेंज गेम के नियम और शरीर पर बने निशान से इस बात की आशंका जताई जा रही है. दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 साल की छवि ने अपने जन्मदिन के तीन दिन बाद ही 31 जुलाई को आत्महत्या कर ली थी.अब पड़ताल में पता चला है कि मोमो चैलेंज की वजह से उसने जान दी . मोबाइल की ब्राउजर हिस्ट्री, मोमो चैलेंज गेम के नियम और छवि के शरीर पर बने निशानों की जांच-परख के बाद इसके संकेत मिल रहे हैं. जन्मदिन के ठीक तीन दिन बाद छात्रा  कमरे में लगे पंखे पर फंदे के सहारे झूल गई. मौत से पहले लिखे सुसाइड नोट में उसने लिखा कि वह जन्मदिन के दिन ही मर जाना चाहती थी.

मोमो प्रोफाइल सबसे पहले फेसबुक पर देखा गया था, जिसके बाद कई लोगों ने उस प्रोफाइल पर कॉन्टेक्ट करने की कोशिश की. मोमो की प्रोफाइल में जिसकी इमेज है उसका चेहरा बिलकुल 2016 में जापान में एक संग्रहालय में प्रदर्शित की गई मूर्तिकला से मेल खाता है. मोमो एक कॉन्सिपिरेसी थ्योरी है. जिसका मकसद लोगों के मन में डर पैदा करना है .