फ्लिपकार्ट को मिला शेयर खरीदने का प्रस्ताव, ऐमज़ॉन दे रहा 60 % शेयर

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ऐमजॉन डॉट कॉम ने भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेलर फ्लिपकॉर्ट के 60 प्रतिशत शेयर खरीदने का औपचारिक प्रस्ताव दिया है। यह जानकारी एक टीवी चैनल ने अपनी रिपोर्ट में दी है। टीवी चैनल ने यह जानकारी भी दी है कि अमेजॉन ने फ्लिपकॉर्ट को 200 करोड़ रुपए की ब्रेकअप फी देने का भी प्रस्ताव दिया है। साथ ही शेयर की नीलामी में यह वालमॉर्ट की तरह बोली लगाने वाला है। साथ ही शेयर की नीलामी में यह वॉलमार्ट की तरह बोली लगाने वाला है।

 

अप्रैल में रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि वालमॉर्ट जून के आखिरी तक फ्लिपकार्ट के बड़े शेयर खरीदने की तैयारी कर रहा है। हालांकि किसी तरह की टिप्पणी के लिए ऐमजॉन, फ्लिपकार्ट और वालमॉर्ट के प्रतिनिधि उपलब्ध नहीं थे।अप्रैल में खबरें आई थीं कि फ्लिपकार्ट को ऐमजॉन और वालमॉर्ट दोनों खरीदना चाहते थे। दोनों अमेरिकी कंपनियां भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में हैं।

 

अमेजॉन और फ्लिपकॉर्ट में डील होने के बाद भारत में अमेजॉन का वर्चस्व कायम हो जाएगा। गौरतलब है कि अमेजॉन के पूर्व कर्मचारी सचिन और बिन्नी बंसल ने ही 2007 में फ्लिपकॉर्ट की शुरूआत की थी।

 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फ्लिपकार्ट के इन्वेस्टर्स और फाउंडर्स वालमार्ट के साथ डील के पक्ष में हैं। प्रमोटर सचिन बंसल वालमार्ट के साथ अंतिम दौर की बातचीत कर रहे हैं। वहीं ऐमजॉन भी फ्लिपकार्ट के फाउंडर्स के साथ एक नॉन कम्पीट एग्रीमेंट करने की मांग कर रही है।

 

पिछले महीने रॉयटर्स द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक वालमार्ट, फ्लिपकार्ट की मेजॉरिटी स्टेक खरीदने के लिए जून के अंत तक डील कर सकती है। इसके साथ ही वालमार्ट पहले ही शेयरहोल्डर एग्रीमेंट या ऑफर प्रपोजल जारी कर चुकी है और स्टेक खरीदने के लिए 10-12 अरब डॉलर (65 हजार करोड़ से 78 हजार करोड़ रुपए) चुकाने पर विचार कर रही है। अगर इस कीमत पर डील होती है तो फ्लिपकार्ट की वैल्यू लगभग 20 अरब डॉलर (1.30 लाख करोड़ रुपए) हो सकती है।

 

वालमार्ट और फ्लिपकार्ट के बीच किसी भी तरह की डील से भारत में ऐमजॉन की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। मीडिया में कुछ ऐसी भी खबरें आई हैं कि ऐमजॉन भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी को खरीदने के लिए बड़ा ऑफर देने की संभावनाएं खंगाल रही है। ऐमजॉन दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है और उसे सबसे भारत में सबसे तगड़ी चुनौती फ्लिपकार्ट से ही मिल रही है। इसके साथ ही ऐमजॉन की भारतीय बाजार में पैठ बढ़ाने के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है।

 

वहीं वालमार्ट पहले की चर्चाओं की तुलना ज्यादा हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है। रॉयटर्स की फरवरी की रिपोर्ट के मुताबिक वालमार्ट, फ्लिपकार्ट की 40 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है, जो उसकी अब तक की सबसे बड़ी ओवरसीज डील हो सकती है। फ्लिपकार्ट में सॉफ्टबैंक ग्रुप, टाइगर ग्लोबल, ईबे, ऐस्सेल पार्टनर्स, नैसपर्स, टेनसेंट होल्डिंग्स और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प का भी निवेश है। इस संबंध में वालमार्ट और फ्लिपकार्ट ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। सॉफ्टबैंक ने भी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, वहीं एक अन्य इन्वेस्टर टाइगर से संपर्क नहीं हो सका।

 

ऐमजॉन के दो पूर्व इम्प्लाॉइज द्वारा शुरू की गई फ्लिपकार्ट इन दिनों भारतीय बाजार में अमेजन को टक्कर दे रही है। मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक भारतीय ई-कॉमर्स बाजार एक दशक में 200 अरब डॉलर का हो सकता है।

 

वालमार्ट के निवेश से फ्लिपकार्ट को ऐमजॉन को चुनौती देने के लिए अतिरिक्त फंड मिलेगा, साथ ही कंपनी अपनी रिटेलिंग, लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन मैनेजमेंट को मजबूत बना सकेगी। इस डील से एशिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी में अमेजन को सीधे तौर पर चुनौती मिलेगी। अमेजन ने अपने ऑनलाइन ग्रॉसरी मार्केट में विस्तार के लिए 5 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जाहिर की है।

 

रिपोर्ट के मुताबिक वालमार्ट प्राइमरी और सेकंडरी शेयर परचेज के माध्यम से फ्लिपकार्ट की मेजॉरिटी स्टेक खरीदेगी, जिससे भारतीय कंपनी की वैल्यु 21 अरब डॉलर हो सकती है।

 

ऐमजॉन के पूर्व इम्प्लॉई सचिन बंसल और बिनी बंसल द्वारा वर्ष 2007 में स्थापित फ्लिपकार्ट का भारत के 40 फीसदी ऑनलाइन रिटेल मार्केट पर कब्जा है। रिसर्च कंपनी फॉरेस्टर के मुताबिक अमेजन फिलहाल फ्लिपकार्ट से पीछे है