बिहार के विश्‍वविद्यालयों और कॉलेजों में ; रिक्‍त पदों पर होगी बहाली ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
बिहार में सरकारी नौकरी पाने की चाहत रखने वाले युवाओं के लिए अच्‍छा मौका है। राज्‍य के विश्‍वविद्यालयों और महाविद्यालयों में पुस्‍तकालयाध्‍यक्ष यानी लाइब्रेरियन और पुस्‍तकालय सहायक के रिक्‍त पदों को भरा जाएगा। सरकार विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में लाइब्रेरियन की नियुक्ति आयोग के माध्यम से कराएगी। विधान परिषद में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने शुक्रवार यह घोषणा की।

यूजीसी से निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार होगी नियुक्ति : – सीपीआइ के संजय सिंह के अल्पसूचित प्रश्न के जवाब में शिक्षा मंत्री ने सदन को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में लाइब्रेरियन के पद पर यूजीसी की योग्यता प्राप्त रहने की स्थिति में यूजीसी के प्रावधानानुसार शिक्षक के समतुल्य श्रेणी के पद हैं। मंत्री ने कहा कि यूजीसी के द्वारा तय योग्यता के अनुसार विहित प्रक्रिया अपनाकर नियुक्ति की कार्रवाई की जाएगी।

अकेले मुजफ्फरपुर विवि के विभागों और कॉलेजों में 68 पद रिक्‍त : – मंत्री ने बताया कि बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर में कुल 42 महाविद्यालय हैं। इनमें पांच महाविद्यालयों में पुस्तकालय अध्यक्ष कार्यरत हैं। शेष 37 पद रिक्त हैं। साथ ही, महाविद्यालयों में दस सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष का पद स्वीकृत है, जिनमें एक कार्यरत एवं शेष नौ पद रिक्त हैं। 22 स्नातकोत्तर विभागों में सहायक पुस्तकाध्यक्ष का पद स्वीकृत है, लेकिन सभी पद रिक्त हैं।

तृतीय श्रेणी के पदों पर सातवें वेतन पुनरीक्षण का मिलेगा लाभ : – बकौल विजय चौधरी, विश्वविद्यालयों एवं उसके अंतर्गत अंगीभूत महाविद्यालयों में सहायक पुस्तकाध्यक्ष एवं पुस्तकालय सहायक के पद तृतीय श्रेणी के गैर शैक्षणिक पद हैं। तृतीय श्रेणी के गैर शैक्षणिक पदों पर विश्वविद्यालय कर्मियों को सातवें वेतन पुनरीक्षण का लाभ दिया गया है।उन्होंने सदन को बताया कि इसी क्रम में सरकार द्वारा विश्वविद्यालयों में वर्ग तीन के कर्मियों को आयोग के माध्यम से नियुक्ति किए जाने का प्रावधान किया गया है। संबंधित अधिनियम के तहत संगत प्राविधानों में संशोधन की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।